जिला बांदा के नरैनी कोतवाली क्षेत्र के सियारपाखा गांव में नशे की लत ने एक और परिवार को उजाड़ दिया। 30 वर्षीय प्रमोद ने शराब के नशे में घर के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पिता भगवानदीन ने बताया कि गांव में शराबखोरी की लत इतनी बढ़ चुकी है कि अब बच्चे तक पहाड़ियों में चढ़कर पीने लगे हैं। गांव में शराब का ठेका नहीं है, लेकिन बाहर से मंगाकर घरों में भेजा जाता है। पिता ने अब नशे के खिलाफ खुलकर आवाज उठाने का संकल्प लिया है ताकि औरों की जिंदगी न बर्बाद हो।
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