बांदा: नरैनी कस्बा का मोहल्ला देविन नगर। यहां के निवासी मोहल्ले के बीच चल रही राइस मिल से परेशान होकर एसडीएम से लेकर मुख्यमंत्री से शिकायत दर्ज कर मिल को हटाने की मांग की है। न्याय की उम्मीद में साल दर साल गुजर रहा है लेकिन कार्यवाही नहीं हो रही। वार्ड नम्बर एक की वार्ड सदस्य सावित्री देवी का कहना है कि राइस मिल लगातार चौबीसों घण्टे चलती रहती है जिसके चलते यहां पर रहना दुष्वार हो गया है।
पीने के पानी में, खाने की चीजों में, कपड़ों में, आंखों में, सांस लेने में मतलब हर तरह से दिक्कत ही दिक्कत ही दिक्कत। कई तरह की बीमारियां लगी रहती हैं। प्रियंका वर्मा (उम्र 18 साल) बीए प्रथम की छात्रा है। उसका कहना है कि पढ़ते समय बल्ब की रोशनी तक में धूल छाई रहती है। आंखों के सामने अंधेरा छा जाता है। सुबह जजों तो आंखों में जाला छाया रहता है।
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करीब अस्सी वर्षीय तुलसा बताती हैं कि जब से मिल लगी तब से उसकी धूल के कारण वह बीमार पड़ गईं। सांस लेने में दिक्कत होती है। बहुत खांसी आती है। लगातार बिस्तर में ही लेती रहती हैं। शिवचरण कुशवाहा कहते हैं कि 2013 में यह मिल लगी है तब से हम इसको हटाने की मांग कर रहे है। जब मिल लग रही थी तब भी उन्होंने अनशन करके इसका विरोध किया था लेकिन तब भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। एसडीएम, डीएम, मुख्यमंत्री पोर्टल और मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर 1076 पर भी शिकायत दर्ज कराई थी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई।
हेल्पलाइन नंबर से कई बार पूंछा गया कि कार्यवाही हुई या नहीं फिर आश्वासन देखर सान्त्वना दे दी जाती है। लेखपाल धर्मराज कुशवाहा का कहना कि लोगों की शिकायत पर उनको उच्चाधिकारियों दवारा जांच के आदेश दिए गए थे। उन्होंने मौके पर जाकर लगभग 15 दिन पहले जांच की गई। लोगों ने जो शिकायत की है वह काफी हद तक सही है।
जांच की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को लगा कर भेज दी गई है। मील मालिक राम प्रताप ने बताया कि 2024 तक के लिए सरकारी परमिट है उनके पास। उन्होंने प्रदूषण रोकने के लिए इंतज़ाम कर लिए है। बाउंड्री और तिरपाल लगा ली है। रंजीशन मोहल्ले वाले ऐसे विरोध कर रहे हैं। उन्होंने हाईकोर्ट से स्वीकृति ले रखी है।