बांदा जिले के एक छोटे से गांव छतफरा के रहने वाले एक गरीब किसान के बेटे विनय ने बचपन में खेल खेल से अपनी सीख को एसा जगया कि आज उन्होंने किसानों के हित के लिए एक छन्ना मशीन बना कर बजार में ट्रयाल के लिए उतरी है|
जिससे किसानों और व्यारियो को काफी फायदा होगा| वियय बताते हैं कि उन्होंने बीए तक पढाई की है दो भाई एक बहन है| जब वह बचपन में छोटे थे तो खेलने के लिए बोतल में छेद करके छन्ना बनाते और धुल छानते उसी से उनके मन में ये बात आई और बना डाला| उनका ये भी कहना है की अभी कई चीजें है जो दिमाग में चल रही है पर आने वाले समय में बताएगे