जिला वाराणसी ब्लॉक चिरईगांव तरही का तिरस्कार कर बेटियों ने पौधारोपण कर शुरू किया नया पहल बरियासनपुर निवासी 18 सितम्बर को मृतक रज्जी देवी के शव को बेटियों ने कंधा दिया। और एक नयी परिपाटी की शुरुआत कर रुढ़ीवादी विचारों पर कुठाराघात किया था। रविवार को तेरहवीं संस्कार के दिन भी एक अलग निर्णय लिया।शोक सभा कर तेरहवीं भोज के नाम पर होने वाली फिजूलखर्ची पर लगाम लगाया।और रुढ़ीवादी परम्परा के परित्याग करने हेतु प्रेरित किया।इस अवसर पर मृतक रज्जी देवी की दोनों बेटियां प्रेमा,हीरामनी सहित सुनीता, सुधा,शकुन्तला, अमरावती, अंजनी आदि महिलाओं ने पौधरोपण किया। रज्जी देवी की मृत्यु 18 सितम्बर2019को हुयी थी।तब बेटियों ने ही कंधा दिया था। आज तेरहवीं के दिन भी बेटियों ने पौधरोपण कर समाज में एक नयी सोच के बीज रोपण की शुरुआत की। शोकसभा में ग्रामप्रधान बरियासनपुर देवराज पटेल बालकिशुन पटेल हरिश्चंद् त्रिभुवन शोभनाथ, बाबूलाल आदि ने अपने विचार व्यक्त किये। यह एक तरह से पूरे भारत के लिए मिसाल है कि बेटियां वह सब काम कर सकती हैं जो कि पिछले दरवाजे से बना रहा था ऐसी परंपराओं को तोड़ने का काम इन वीडियो नहीं किया है और इस समाज में एक नई उम्मीद के साथ इसको बदलाव लाने की बात भी कर रही थी कि जिनके पास बेटियां है वह बेटे की आस में बेटियां पैदा करने जाती हैं और उनको समझ में आता है कि हमारे पार्टी को कांधा कौन देगा लेकिन ऐसा नहीं है इस तरह से करने से रोडू आदि दूरियों में भी बदलाव आएगा और बेटियां कांदा और मुखाग्नि भी दे सकती हैं