अयोध्या के मोहल्ला शिवनगर की शैल कुमारी शुक्ला अपनी मधुर आवाज और अवधी लोकगीतों से लोगों के दिलों में जगह बना रही हैं। पारिवारिक जिम्मेदारियों और कठिनाइयों के बावजूद उन्होंने अपनी कला को जिंदा रखा। अब वे कीर्तन, भजन और सुंदरकांड जैसे कार्यक्रमों में लोकगीतों की प्रस्तुति देती हैं और समाज में अपनी अलग पहचान बना चुकी हैं। शैल कुमारी का मानना है कि अपनी भाषा और संस्कृति से जुड़ाव हमें मजबूत बनाता है।
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