27 जुलाई 2023 को आईएमडी द्वारा ज़ारी बुलेटिन में बताया गया कि 4 से 10 अगस्त के बीच राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
Monsoon: देश के कई राज्य मानसूनी बारिश से ग्रसित है तो कहीं बारिश न होने से किसानों की समस्या बढ़ी हुई है। यूपी के कई स्थानों पर जून के बाद बारिश नहीं हुई है। खबर लहरिया की रिपोर्ट में, अयोध्या के किसानों ने बताया कि जब बारिश हो रही थी तो उन्होंने खेत में धान रोप दिए थे लेकिन अब बारिश ही नहीं हो रही है। ऐसे में उनके धान के खेत सूखने का डर है।
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फसल नहीं हुई तो कर्ज़ा ले डूबेगा
तारुन ब्लॉक के मेहंदीपुर गांव की जगपता देवी जोकि महिला किसान हैं, बताती हैं कि उन्होंने 5 हज़ार का कर्ज़ा लेकर धान की खेती की थी लेकिन बारिश नहीं हो रही। कहा,’ऐसा लगता है कि हमारी लागत भी डूब जाएगी और धान की फसल भी नहीं होगी। जून में बारिश हो रही थी जिसे देखकर धान के फसल की रोपाई की थी। फसल में काफी पानी लगता है। इतने पैसे भी नहीं की डीज़ल लाएं और सिंचाई करें।’
नसरतपुर गांव की महिला किसान सोना देवी ने भी 15 हज़ार की लागत लगाकर धान की खेती की है। इसके अलावा ट्रैक्टर से खेत को जुतवाया है, मज़दूरों द्वारा धान की रोपाई करवाई है, खाद-पानी डलवाया है। अब बारिश नहीं हो रही है। बिजली भी नहीं रहती कि सिंचाई हो पाए।
महिला किसानों का यही कहना था कि पिछले साल भी उनकी फसल ठीक से नहीं हुई थी। बहुत आखिर में जाकर बारिश हुई जिसके बीच उनके दो-तीन बीघे के खेत सूख गए थे। बारिश नहीं होगी तो धान की फसल में कीड़े लग जाएंगे, खर-पतवार निकलने लग जाएंगे। पिछली बार उनकी थोड़ी-बहुत धान की फसल हो गई थी लेकिन इस बार उनकी आशा टूटती हुई दिखाई दे रही है।
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यूपी बारिश अपडेट
27 जुलाई 2023 को आईएमडी द्वारा ज़ारी बुलेटिन में बताया गया कि 4 से 10 अगस्त के बीच राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग की जानकारी के अनुसार, पूर्वी उत्तर प्रदेश में 3 अगस्त तक हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 1 और 2 अगस्त को बारिश की संभावना जताई गई है।
ऐसे में पूर्णतयः यह तो नहीं कहा जा सकता कि कुछ इलाकों तक मानसूनी बारिश पहुंचेगी या नहीं, या फिर और कितने समय तक किसानों को बारिश का इंतज़ार करना पड़ेगा।
इस खबर की रिपोर्टिंग कुमकुम यादव द्वारा की गई है।
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