खबर लहरिया Blog अयोध्या: UPPSC RO ARO का पेपर दोबारा कराने में देरी, छात्रों का आरोप “सरकार का ध्यान चुनाव पर”

अयोध्या: UPPSC RO ARO का पेपर दोबारा कराने में देरी, छात्रों का आरोप “सरकार का ध्यान चुनाव पर”

सरकारी नौकरी मिलने का इंतजार सिर्फ बच्चों को नहीं होता है, परिवार वाले भी इस दिन का इंतजार करते हैं। कुछ के घर वाले तो बच्चों पर दबाव डालते हैं कि अच्छे से पढ़ाई करो और अगर नहीं होता है तो इतना समय बर्बाद न करो। कोई निजी कंपनी में नौकरी करो। ऐसा कब तक चलेगा?

“लोकसभा चुनाव की वजह से फिर से पेपर होने में देरी हो रही है। सरकार हमारे साथ राजीनीति कर रही है। सरकार का ध्यान अभी सिर्फ लोकसभा चुनाव पर है।” यूपी के अम्बेडकर जिले के छात्रों ने खबर लहरिया की रिपोर्टर से बात करते हुए यह कहा।

लोकसभा चुनाव सिर पर है और खबरों में पेपर लीक के मामले सामने आ रहें हैं। ऐसे में खबर लहरिया की रिपोर्टर ने विद्यार्थियों से बात की। हाल ही में हुए आरो/एआरो परीक्षा पेपर लीक होने पर विद्यार्थियों ने धरना दिया तब जाकर सरकार ने आरो/एआरो परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया। इसके बाद आने वाले 6 महीने में सरकार ने फिर से परीक्षा कराने के निर्देश दिए।

यूपी पुलिस भर्ती, यूपी बोर्ड परीक्षा , समीक्षा अधिकारी के पेपर लीक होने की खबर हाल ही में घटी है। हम यहां उन विद्यार्थियों की बात करेंगे जिन्होंने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की समीक्षा अधिकारी / सहायक समीक्षा अधिकारी (UPPSC RO/ARO) की परीक्षा के लिए तैयारी की और वह पेपर लीक हो गया।

पेपर लीक होने पर विद्यार्थी धरने पर बैठे। विद्यार्थियों ने सरकार से पेपर रद्द कराने की मांग की। पेपर रद्द तो करा दिया गया और साथ ही आने वाले 6 महीनों में आरओ/एआरओ की परीक्षा को फिर से कराने के निर्देश भी दिए गए हैं। लेकिन यहां सवाल ये है की इतना करने से ही विद्यार्थी खुश हैं।

छात्रों का आरोप: राजनीति करती है सरकार

प्रतियोगी छात्राओं का एक यह भी कहना है कि “सरकार उनके साथ राजनीति करती है। उत्तर प्रदेश में 3 साल के बाद समीक्षा अधिकारी की वैकेंसी आई है और पेपर लीक भी हो गया। लोकसभा में बिल पास होने के बावजूद ऐसा हो गया। इसके बाद यूपी बोर्ड का पेपर भी लीक हो गया। सरकार की राजनीति इसमें शामिल होती है। सरकार को इससे फायदा होता है। सरकार हम युवाओं के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रही है। अगर हम लोग इतने दिनों से धरना न देते तो सरकार कभी नहीं यह परीक्षा रद्द करती।”

सरकार का ध्यान सिर्फ चुनाव पर

विद्यार्थियों का कहना है कि सरकार ने परीक्षा रद्द तो कर दी लेकिन यह परीक्षाएं अब दोबारा कब होगी इसकी जानकारी सरकार ने नहीं दी हैं। हमें और कितना इंतजार करना पड़ेगा। चिंता इस बात की भी है कि अभी सरकार पूरा ध्यान अपने चुनाव पर दे रही है। चुनाव का माहौल है और कुछ महीने में आचार संहिता भी लगा दी जाएगी।

छात्रों को परीक्षा को लेकर हो रही है चिंता

खबर लहरिया की रिपोर्टर ने यूपी के अम्बेडकर जिले की रहने वाली 26 वर्षीय आरती कुमारी से बात की। आरती का कहना है, “मैं 5 साल से उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी के साथ-साथ टीचर की तैयारी कर रही हूँ। पेपर रद्द होने से चुनौतियां काफी बढ़ गई हैं। हमें यह चिंता है कि अब किस तरह के प्रश्न पत्र बनेंगे? परीक्षा की तारीख क्या होगी और परीक्षा कब निर्धारित की जाएगी?”

विद्यार्थी सालों से कर रहें हैं तैयारी

दिलीप कुमार 27 वर्ष के हैं जो 6 साल से उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPSC) की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि, “मेरी उम्र 27 साल हो गयी है। मैं लगभग 6 साल से तैयारी कर रहा हूं। इतनी मेहनत करके पेपर दो फिर पेपर लीक हो जाता है। पेपर रद्द करने के लिए और पुनः परीक्षा की मांग के लिए सरकार से लड़ो। आयोग के सामने सबूत पेश करो तब जाकर सरकार हमारी बात मानती है।”

नौकरी न मिलने पर परिवार का दबाव

सरकारी नौकरी मिलने का इंतजार सिर्फ बच्चों को नहीं होता है, परिवार वाले भी इस दिन का इंतजार करते हैं। कुछ के घर वाले तो बच्चों पर दबाव डालते हैं कि अच्छे से पढ़ाई करो और अगर नहीं होता है तो इतना समय बर्बाद न करो। कोई निजी कंपनी में नौकरी करो। ऐसा कब तक चलेगा? हम कब तक पैसा भरेंगे? तुम्हें कब नौकरी मिलेगी? घर कैसे चलेगा? शादी कब करोगे? उम्र निकल जायेगी? इन सभी सवालों की ज़िम्मेदारी और बोझ दोनों को विद्यार्थी अपने कांधे पर रख कर परीक्षा की तैयारी करता है।

आरो एआरो पेपर लीक होने की खबर

समीक्षा अधिकारी/ सहायक समीक्षा अधिकारी की प्रारंभिक परीक्षा का प्रश्नपत्र 11 फरवरी को लीक हुआ हुआ। पेपर लीक होने की खबर को पहले आयोग ने साफ़ इंकार कर दिया था। इस साल 2024 फरवरी में हुए समीक्षा अधिकारी 334/77 सहायक समीक्षा अधिकारी की कुल 411 पदों के लिए आयोजित की गई थी। यह परीक्षा यूपी के 58 जिलों में 2387 केन्द्रों पर हुई थी। आवेदन करने वाले छात्रों की संख्या 1076004 थी और लगभग साढ़े तीन लाख छात्रों ने परीक्षा में शामिल नहीं हुए थे।

पेपर लीक रद्द होने और पुनः परीक्षा होने के दिए निर्देश

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरो/एआरो परीक्षा को रद्द करने की जानकारी के साथ परीक्षा को 6 महीने में फिर से कराने के निर्देश दिए हैं। सोशल मीडिया X पर उन्होंने इसकी जानकारी दी।

सरकारी नौकरी के लिए परीक्षाएं या कहें कि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए लाखों की भर्तियां निकलती हैं। ये भर्तियां भी कभी-कभी ही निकलती हैं। सरकार भर्तियां निकालती हैं और तो कई बार के बार में बहुत से पदों के लिए भर्तियां निकाल देती हैं। आप ने अधिकतर देखा होगा कि सरकारी नौकरी की भर्ती अमूमन चुनाव के समय पर निकाली जाती है। कहा जा सकता है कि सरकार ऐसा इसलिए करती हो ताकि उनको जनता का समर्थन मिले और वो चुनाव में जीत हासिल कर सकें।

 

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