आप सब को दीपावली की बहुत बहुत शुभकामनाएं और बधाइयां साथियों चारों तरफ दीपावली की रौनक दिखाई दे रही है सब लोग घरों की साफ सफाई में लगे हैं खरीददारी भी जमकर हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ इस बार अयोध्या में भव्य दीपोत्सव मनाने की तैयारी जोरों पर है
एक तरफ जहां मोदी और योगी ने पिछले तीन सालों से साल दर साल दीपोत्सव मनाने का रिकार्ड बनाते जा रहे हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने इस वर्ष की अयोध्या में दीपावली समारोह को भव्यता की दृष्टि से अपने दो पिछले संस्करणों को पार करने के लिए एक बड़े पैमाने पर निर्धारित किया है: 5.5 लाख दीया का गिनीज विश्व रिकॉर्ड संख्या सरयू नदी पर जलाया जाना है। पारंपरिक दीपोत्सव, राम की पैड़ी घाट के चारों ओर पानी एक विशेष रूप से बनाए गए पानी के पंप के माध्यम से पंप किया जाएगा; राम कथा पार्क में एक भव्य महल जैसा मंच स्थापित किया जाएगा। कुल 130 करोड़ के बजट में यह सब। इस बार राज्य सरकार ने खुद पर होने वाले खर्च का हिसाब लेने का फैसला किया है, न कि पर्यटन विभाग पर।
तो वहीं यहां के कुम्हारों को हर साल दीवाली के समय काम मिल जाता है। हर साल इनको दीवाली पर मिट्टी के दीया बनाने का काम मिलता है। इस कड़ी में इस साल 40 कुम्हारों को 4 लाख मतलब दस हज़ार प्रति कुम्हार दीये बनाने का काम मिला है। भले ही साल भर इनको काम की चिंता और परिवार चलाना मुश्किल हो रहा हो पर इन दिनों काम पाकर अयोध्या के कुम्हार बहुत खुश हैं, काश मोदी और योगी कुछ ऐसा करते कि इनकी खुशी रोज रोज तरक्की करती। तब तो ये बोल पाते कि मुसकुराइये कि आप अयोध्या में हैं कुछ कुम्हारों को दिया बनाने का आर्डर भी दे दिया गया है अच्छी बात यह है कि चालीस कुम्हार परिवारों को प्रति परिवार चालीस हजार दिया बनाने का आर्डर मिला है इस बार दीपोत्सव पर भारी संख्या में दीये जलाकर वर्ल्ड रेकॉर्ड बनाने की तैयारी है।
दीपोत्सव 24 से 26 अक्टूबर के बीच अयोध्या में होगा और लगभग चार लाख दीये जलाकर पिछले साल के रेकॉर्ड को तोड़ा जाएगा। पिछले साल सरयू नदी के किनारे तीन लाख दीये लगभग 45 मिनट तक जलाए गए थे। और बहुत सारा तेल बर्बाद किया गया था खैर मैं बता कर रही हूं कुम्हारों को दिए गये आर्डर की लेकिन बाकी जिलों के कुम्हारों के बारे क्या कभी सोचेगी ये सरकार ताकि उनके घर भी खुशी से रोशन हो सके या सिर्फ पूजा पाठ के नाम पर ही इतना बड़ा ढोंग ही चलता रहेगा और पैसों का बंदरबां और बर्बादी
उत्तर प्रदेश सरकार 25 हजार होमगार्ड जवानों हटा रही है। सरकार की दलील है कि वह उच्चतम न्यायालय द्वारा निर्देशित नये भत्तों का भुगतान करने की स्थिति में नहीं है, होमगार्ड का दैनिक भत्ता अब बढ़कर 672 रुपये हो गया है जो शीर्ष अदालत के जुलाई के आदेश से पहले पांच सौ रूपये था।
सरकार ने कहा कि इससे राजकोष पर हर महीने दस से 12 करोड़ रूपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। ऐसे में तय किया गया कि होमगार्ड की तैनाती थानों और ट्रैफिक सिग्नलों पर ना की जाये। मैं अब योगी जी से पूछना चाहती हूं कि होमगार्ड के वेतन भद्दे के लिए उनके पास पैसे नहीं हैं और फिजूल खर्च करने के लिए पैसै कहां से आ जाते हैं? जब हमने अयोध्या के भाजपा विधायक वेद प्रकाश गुप्ता से पूछा कि वेतन भुगतान के लिए बजटीय बाधाएं इन बड़े बजट समारोहों के सामने कैसे समझ में आती हैं, तो उन्होंने जवाब दिया, “यह खर्च लोगों की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक उन्नति के लिए है और इसलिए आवश्यक है। राज्य सरकार पहले ही कह चुकी है कि किसी को भी नौकरी से नहीं हटाया गया है। विकास का मतलब केवल ईंट और मोर्टार नहीं है। इस देश में, इसका अर्थ है देवताओं को खुश करना और यही सरकार की ओर काम कर रही है। इसलिए, जो पैसा खर्च किया जाता है वह बहुत अच्छी तरह से खर्च होता है। ”अयोध्या: महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मामलों पर नेताओं ने किया प्रदर्शन
अयोध्या दीप दान में इस साल एक सौ तीस करोड़ रूपये रूपये से ज्यादा खर्च करने का अनुमान बताया जा रहा है आखिर ये पैसा कहां से आ गया अरे योगी जी दिया जलाने से किसी का पेट नहीं भरेगा आपको भक्ती ही करनी है तो हजार पांच सौ दिया जलवा दो और अपनी भावना को शांत कर लो लेकिन एक सौ तीस करोड़ रूपिया बहुत होता है यहै रूपिया होमगार्ड के ऊपर खर्च कर दो बाकी जो वेरोजगार हैं उनका रोजगार दिला दो अरे का हो गया है योगी जी आपकी बुद्धि को मैं तो इस दीपावली में इस्वर से प्रार्थना करूंगी कि योगी मोदी और अमित शाह को सद्बुद्धि दे ताकि तीनों देश के विकास की बात करें हिन्दू और मुसलमान को छोड़कर पूरे हिन्दुस्तान की जनता के हित की बात करें तो साथियों अब आप बताएं ये वाला शो आपको कैसे लगा