जिला वाराणसी के ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकतर कार्य आशा बहुओं द्वारा कराये जाते हैं। आशा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि अधिकारियों द्वारा उन लोगों के साथ उत्पीड़न किया जा रहा है। जिससे उन्हें लगातार समस्या का सामना करना पड़ रहा है। आशा बहु को ड्यूटी तो जाती है मगर उन्हें हक नहीं दिया जाता। इसी को लेकर के 17 अगस्त को उन्होंने विरोध किया और अपनी मांगों को लेकर पत्र भी सौंपा।
आशा बहुओं का कहना है कि गांव से जुड़े मुद्दों को लेकर उनकी ड्यूटी तो लगा दी जाती है। लेकिन क्या उनका मान-सम्मान नहीं है? उन लोगों के साथ प्रशासन क्यों झगड़ा करती है? कहीं-कहीं तो गालियां भी खानी पड़ती है। कहीं उन्हें भगाया जाता हैं। प्रशासन उन्हें वेतन भी नहीं देती है।
वह आगे कहती हैं कि, ‘आला अधिकारी द्वारा हम लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। हमारी मांग है कि हमें भी सम्मान दिया जाए और जो हमारे साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं उनके खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए। इसी को लेकर के हम लोगों ने पत्र सौंपा है। अगर हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो हम अनशन पर बैठेंगे।’
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर बी.बी.सी का कहना है कि इन लोगों को पत्र लिया गया है। जो भी व्यक्ति इन लोगों के साथ दुर्व्यवहार कर रहा है उसकी जांच की जाएगी और जांच पाने के बाद तत्काल कार्यवाही की जाएगी।
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