खबर लहरिया Blog वैक्सीन की कमी को लेकर के दिल्ली में लगे सरकार विरोधी पोस्टर, अब तक 25 गिरफ्तार

वैक्सीन की कमी को लेकर के दिल्ली में लगे सरकार विरोधी पोस्टर, अब तक 25 गिरफ्तार

हाल ही में वैक्सीन न मिलने के कारण दिल्ली के कई हिस्सों में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ दीवारों पर पोस्टर चिपके मिले  ‘द हिन्दू’ की एक रिपोर्ट के अनुसार कोरोना के टीके को  लेकर सवाल उठा रहे पोस्टर्स के मामले में अबतक दिल्ली पुलिस 25 एफआईआर दर्ज कर चुकी है। साथ ही 25 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।

देश भर में आए दिन बढ़ रही कोरोना वायरस की वैक्सीन की किल्लत अब सरकार के लिए मुसीबत बनती जा रही है। टीकाकरण के रजिस्ट्रेशन के लिए हो रही दिक्कतों के बारे में लोग सोशल मीडिया पर लगातार शिकायत कर रहे हैं। इसी बीच दिल्ली में सरकार की आलोचना करने के कारण कुछ लोगों की गिरफ्तारी के मामले भी सामने आए हैं । हाल ही में वैक्सीन न मिलने के कारण शहर के कई हिस्सों में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ दीवारों पर पोस्टर चिपके मिले। द हिन्दू की एक रिपोर्ट के अनुसार कोरोना के टीके को लेकर सवाल उठा रहे पोस्टर्स के मामले में अबतक दिल्ली पुलिस 25 एफआईआर दर्ज कर चुकी है। साथ ही 25 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।

कई इलाकों में लगे पीएम मोदी के खिलाफ पोस्टर-

दिल्ली के कई इलाकों में मोदी जी हमारे बच्चों का वैक्सीन विदेश क्यों भेज दिया? लिखे हुए पोस्टर देखने को मिले। जिसके बाद उन क्षेत्रों में लोक संपत्ति निवारण अधिनियम, दिल्ली आपदा प्रबन्धन अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के तहत रिपोर्ट दर्ज करी गई। ये पोस्टर खजूरी, कल्याणपुरी, दयालपुरी, भजनपुरा, मंगोलपुरी, पुरानी दिल्ली, कीर्ति नगर, मोती नगर, निहाल विहार, रोहिणी आदि इलाकों में लगे थे। गिरफ्तार किये गए ज़यादातर लोग मज़दूर वर्ग के बताए जा रहे हैं।

आप के कार्यकर्ताओं के कहने पर लगाए पोस्टर-

द स्क्रॉल की एक रिपोर्ट के अनुसार 15 मई यानी शनिवार को इस मामले को लेकर हुई कई लोगों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने जानकारी दी कि चार गिरफ्तारियां पूर्वी दिल्ली के कल्याणपुरी में गुरुवार को की गईं, जहां लोगों ने दावा किया कि वो आप पार्टी के काउनसेलर धीरेंद्र कुमार के कहने पर पोस्टर चिपका रहे थे। उत्तरी दिल्ली से गिरफ्तार किए गए एक आदमी का कहना है कि उसको पोस्टर चिपकाने के लिए 500 रूपए भी मिले थे। सूत्रों के अनुसार पूछताछ के बाद पकड़े गए सभी लोगों को ज़मानत मिल गई है, लेकिन इस मामले की जांच अभी भी जारी है।

आप के नेता दुर्गेश ने ली पोस्टर लगवाने की ज़िम्मेदारी-

16 मई यानी रविवार को इस मामले ने नया मोड़ तब लिया जब आम आदमी पार्टी ने टीके की कमी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए शहर के कई हिस्सों में पोस्टर लगाए जाने की जिम्मेदारी ली और कहा कि पार्टी के कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और कई लोगों को परेशान भी कर रही है। टाइम्स नाउ की एक रिपोर्ट के अनुसार आप नेता दुर्गेश पाठक ने कहा है कि पुलिस की कार्यवाही उन्हें रोक नहीं पाएगी और वह इस अभियान को पूरे देश में चलाएंगे और केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। दुर्गेश का कहना है कि लाखों लोगों की जान बचाई जा सकती थी।

अगर उन्हें टीकाकरण की खुराक मिल जाती, लेकिन क्यूंकि सरकार ने करोड़ों वैक्सीन बाहर के देशों में सप्लाई कर दी है, जिसके कारण भारतीयों को वैक्सीन की डोज़ मिलने में परेशानी हो रही है। उनका कहना है कि आज जब उन्होंने इसके खिलाफ आवाज़ उठाई, तो अब मोदी सरकार आवाज़ उठा रहे लोगों की गिरफ्तारी कर रही है।

सोशल मीडिया पर भी लोग कर रहे सरकार का विरोध-

इस पूरे मामले के बाद देश कई बड़े विपक्ष के नेता और देश के नागरिक ट्विटर और फेसबुक पर “मुझे भी अरेस्ट करो!” के नाम से पोस्ट शेयर कर रहे हैं। यह आक्रोश आम जनता में इसलिए भी देखने को मिल रहा है क्यूंकि कोविन की वेबसाइट पर वैक्सीन का रजिस्ट्रेशन स्लॉट मिलना अब रोज़ाना मुश्किल होता जा रहा है। लोग घंटों लगाकर एक स्लॉट ढूंढ पा रहे हैं जहाँ टीकाकरण उपलब्ध है। बता दें कि 1 मई से 18 साल से अधिक आयु के लोगों के लिए टीकाकरण अभियान तो शुरू कर दिया गया। लेकिन कई जगहों पर वैक्सीन की काफी कमी है जिसके कारण लोगों को वैक्सीन लगने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

 

टाइम्स नाउ की एक रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री एवं भाजपा सरकार ने पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान, इराक समेत 94 देशों को टीके की करोड़ों खुराक भेजी हैं जिसके चलते अब देश में टीकाकरण की किल्लत साफ़ नज़र आ रही है। लेकिन अगर अब देश के नागरिक इसको लेकर के सवाल खड़े कर रहे हैं, तो ऐसे में लोगों को गिरफ्तार करना यह साफ़ दर्शाता है कि सरकार लोगों के मुंह बंद कराना चाह रही है।

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