बांदा जिला के तिदवारी ब्लॉक के भवानीपुर गांव में गला घोट की बीमारी बहुत फैल चुकी है इस समय चार जानवर तत्काल ही खत्म हो गए हैं जिसमें लोगों का आरोप है कि पहले हल्का से बुखार आता है इसके बाद गलत सोचता है और मुंह से लार छोडने लगते हैं और उसके गले से हारपा बजने लगते हैं र्घ र्घ की आवाज शुरू हो जाती है इस तरह की बीमारी है|
शुरुआत में इसी तरह से होता है इसलिए गांव वालों का कहना था कि अगर समय से टीकाकरण लग जाते तो शायद भर यह बीमारी से जानवर बच सकते थे अब यह बीमारी पूरी गांव में पैर पसार चुकी है हर घर में जानवर बीमार पड़ा हुआ है इलाज कराने के बाद भी चार जानवरों की जान भी चली गई है और अभी जानवर बीमार पड़े हुए हैं |
लोगों का आरोप है कि समय से टीका ना लगने के कारण गांव में यह बीमारी बहुत ज्यादा फैल चुकी है अगर समय से टीका लग जाता तो शायद भर यह बीमारी जो जानवर की चल रही है तो इस से बच सकते थे अब बीमारी फैल चुकी है हर घर में जानवर बीमार पड़े हुए हैं तो अभी भी पशु विभाग के कर्मचारी हैं टीका लगाने के दौरान गांव में आते हैं |
यह तो पहले से सूचना नहीं देते हैं अचानक से आते जब गांव से जानवर बाहर चलने के लिए छोड़ दिया जाता है तभी लोग पहुंचते हैं इस कारण से टीका अभी गांव में नहीं भरपूर लगा हुआ है |
तो टीका लगाने की मांग लोगों की अभी है कि अगर यह टीका लग जाए जानवरों के तो यह बीमारी से अभी कंट्रोल हो सकती है इसी मामले को लेकर मैं पशु चिकित्सा अधिकारी से बात की हूं जिसमें कपिल सिंह का कहना है कि 2 दिन टीका लगाया गया है ग्राम पंचायत पदारथपुर और भवानीपुर में किसी लोग ने टीका लगाने की सहमति नहीं दी है |
यह लोगों की कमी है और लोग जो कहते हैं कि हम टीका लगाने के बारे में सूचना दी है तो कोई सूचना यहां नहीं आई है अगर यह बीमारी चल रही है तो वहां अभी जाकर जांच करेंगे और वहां इलाज जानवरों का शुरू करा देंगे जो कि जानवर सही ढंग से ठीक हो सकता है