टीकमगढ़ जिले के ग्राम पंचायत पठा गांव के लोगों की शिकायत है कि आवारा जानवर उनकी फसलों को बर्बाद कर देते हैं, जिसकी वजह से उन्हें काफी नुकसान भी हुआ है। गांव में लगभग 300 आवारा मवेशी हैं। लोगों की मांग है कि आवारा मवेशियों के लिए अधिकारियों द्वारा गौशाला बनवाया जाए ताकि वह जानवर उसमें ही रहे और उनकी फसलें भी बर्बाद ना हो।
पठा गांव के किसान द्वारका प्रसाद बताते हैं कि वह पांच एकड़ की ज़मीन पर खेती करते हैं। जिस पर वह बैंगन, टमाटर,मिर्च आदि सब्ज़ियां उगाते हैं। जिसमें उन्हें 30 से 40 हज़ार की लागत आती है। लेकिन जब मवेशी फसलों को खराब कर देते हैं तो वह फसलों को बेच नहीं पाते और उन्हें काफ़ी नुकसान होता है।
फसलों की रखवाली के लिए उन्हें रात-दिन जागना पड़ता है। उनका घर, बच्चों की पढ़ाई आदि चीज़े खेती पर ही निर्भर करती है। वह कहते हैं कि उनका गांव यूपी बॉर्डर के पास पड़ता है और कई लोग वहां से जानवर को छोड़ देते हैं, जो उनकी फसलों को बर्बाद करते हैं। इस मामले में गांव की सरपंच रेखा के पति संदीप चौबे, जो कि आदिवासी प्रतिनिधि है कहते हैं कि उन्होंने कई बार अधिकारियों को गांव में गौशाला बनवाने के लिए प्रस्ताव रखा, लेकिन कोई जवाब नहीं आया।
वहीं टीकमगढ़ अधिकारी एसडीएम सौरभ मिश्रा का कहना है कि उन्होंने मामले की रिपोर्ट मंगवायी है। जैसे ही मामले की रिपोर्ट आएगी, वह उसे कलेक्टरेट के सामने रख देंगे और लोगों की समस्या का समाधान कर दिया जाएगा।