जिला बांदा। आंगनबाड़ी केंद्रों का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं, शिशुओं और 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों को पोषाहार प्रदान करना है, ताकि उनके स्वास्थ्य और पोषण की जरूरतें पूरी हो सकें। लेकिन जब पोषाहार के वितरण में कमी और अनियमितता होती है, तो यह सीधे तौर पर उन गरीब बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण पर प्रभाव डालता है।
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