खबर लहरिया Blog मणिपुर में हिंसा के बीच बीजेपी विधायकों के घरों को में लगाई गई आग, कर्फ्यू और इंटरनेट बंद की समय-सीमा बढ़ी

मणिपुर में हिंसा के बीच बीजेपी विधायकों के घरों को में लगाई गई आग, कर्फ्यू और इंटरनेट बंद की समय-सीमा बढ़ी

अधिकारियों के अनुसार, गुस्साए लोगों ने शनिवार को निमथौखोंग में पीडब्ल्यूडी मंत्री गोविंदास कोंथोजाम, लांगमीडोंग बाजार में हियांगलाम के बीजेपी विधायक य. राधेश्यम के घर को, वांगजिंग तेंथा के बीजेपी विधायक पाओनम ब्रोजेन के घर को थौबल जिले में और खुंद्रकपम के कांग्रेस विधायक थ. लोकेश्वर के घर को इम्फाल पूर्व जिले में आग लगा दी।

Amid Violence in Manipur, BJP Legislators' Houses Set on Fire, Curfew and Internet Shutdown Extended

                                                                                                         सांकेतिक तस्वीर (फोटो साभार – सोशल मीडिया)

मणिपुर की राजधानी इंफाल में एक और हिंसा की खबर सामने आई है। मामले में गुस्साई भीड़ ने इंफाल घाटी के अलग-अलग जिलों में तीन बीजेपी विधायकों के घरों को आग के हवाले कर दिया। इसमें एक वरिष्ठ मंत्री भी है और एक कांग्रेस विधायक के घर में भी आग लगाने की खबर है। द हिंदू की प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, इस बीच जब प्रदर्शकारी मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बिरेन सिंह के पैतृक घर में घुसने की कोशिश कर रहे थे तो सुरक्षा बलों ने उनकी इस कोशिश को नाकामयाब कर दिया।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शनिवार 16 नवंबर, 2024 की रात को हिंसक विरोध प्रदर्शन की ताज़ा घटनाएं सामने आई थीं जिसमें जिरीबाम जिले में उग्रवादियों द्वारा तीन महिलाओं और तीन बच्चों की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद लोग गुस्से में आ गए थे।

इससे पहले शनिवार को गुस्साए लोगों ने तीन राज्य मंत्रियों और छह विधायकों के घरों पर हमला किया था।

गुस्साए लोगों ने बीजेपी विधायकों के घर किये आगे के हवाले

अधिकारियों के अनुसार, गुस्साए लोगों ने शनिवार को निमथौखोंग में पीडब्ल्यूडी मंत्री गोविंदास कोंथोजाम, लांगमीडोंग बाजार में हियांगलाम के बीजेपी विधायक य. राधेश्यम के घर को, वांगजिंग तेंथा के बीजेपी विधायक पाओनम ब्रोजेन के घर को थौबल जिले में और खुंद्रकपम के कांग्रेस विधायक थ. लोकेश्वर के घर को इम्फाल पूर्व जिले में आग लगा दी।

पुलिस के अनुसार, जब गुस्साए लोगों की भीड़ विधायकों के घरों में घुसी, उस समय वह और उनके परिवार के सदस्य घर पर नहीं थे। उन्होंने घरों में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। पुलिस ने बताया कि इन घटनाओं में घरों के कुछ हिस्सों को जलाया गया। उन्हें पूरा नहीं जलाया।

अधिकारियों के अनुसार, सुरक्षा बलों ने आंसू गैस और रबर बुलेट्स का इस्तेमाल करके प्रदर्शनकारियों को हटाया। बताया गया कि प्रदर्शनकारियों ने मुख्य सड़क पर टायर जलाए और वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए लोहा की छड़ें रख दीं। प्रदर्शन रात 11 बजे तक मंत्रिपुखरी क्षेत्र में जारी रहा, जो मुख्यमंत्री के पैतृक घर से 3-4 किलोमीटर दूर था।

पीटीआई को अधिकारियों ने बताया कि कई प्रदर्शनकारी अन्य विधानसभा क्षेत्रों से वाहनों में आकर प्रदर्शन कर रहे थे। वे हेंगांग विधानसभा सीट से नहीं थे, जिसका मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधित्व किया।

इन मंत्रियों के घरों में भी लगाई गई आग

पुलिस के अनुसार, शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने तीन विधायकों के घरों को लूटा, जिनमें मुख्यमंत्री बिरेन सिंह के दामाद और बीजेपी विधायक आर.के. इमो का घर भी शामिल था।

एक अधिकारी के मुताबिक, जिन मंत्रियों के घरों पर हमला किया गया, उनमें सापम रंजन, एल. सुसिंद्रो सिंह और य. खेमचंद भी शामिल थे।

कर्फ्यू और इंटरनेट सेवाएं बंद

अधिकारियों ने बताया कि “कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति” को देखते हुए इम्फाल पूर्व और पश्चिम, बिष्णुपुर, थौबल और ककचिंग जिलों में अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। इन जिलों में कर्फ्यू की सीमा को अब आगे बढ़ा दिया गया है। इसमें जिरीबाम जिला शामिल नहीं है।

एक अन्य अधिकारी के मुताबिक, राज्य प्रशासन ने राज्य मंत्रियों और विधायकों के घरों पर हमले के बाद सात जिलों में इंटरनेट सेवा अस्थायी रूप से बंद कर दी है।

मुख्य सचिव विनीत जोशी ने शनिवार को शाम 5:15 बजे से इम्फाल पश्चिम, इम्फाल पूर्व, बिष्णुपुर, थौबल, ककचिंग, कांगपोकपी और चुराचंदपुर जिलों में इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाओं को दो दिनों के लिए अस्थायी रूप से निलंबित करने का आदेश दिया था जिसे अब 18 नवंबर से आगे बढ़ा दिया गया है।

कूकी-ज़ो युवाओं की हुई मुठभेड़ में मौत

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रात में, जिरीबाम शहर में उपद्रवियों ने दो चर्चों और तीन घरों को आग लगा दी थी। अधिकारियों ने बताया कि और भी स्थानों पर आग लगाने की घटनाएँ हुईं हैं लेकिन उनकी पुष्टि नहीं हो पाई।

रिपोर्ट्स के अनुसार, जिरीबाम में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए 10 कूकी-ज़ो युवाओं के शव असम के सिलचर से चुराचंदपुर भेजे गए हैं, जहां उनका पोस्टमार्टम हुआ।

मणिपुर में हिंसा का सिलसिला साल 2023 से चला आ रहा है। बीच-बीच में इस तरह की ताज़ा हिंसा की घटनाएं सामने आती रहती हैं जिसने राज्य व लोगों को अस्त-व्यस्त कर दिया है, जिसका कोई अंत नज़र नहीं आ रहा।

 

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