अंबेडकर नगर में एक जगह है जहां कि ‘तंदूरी रोटी’ काफ़ी मशहूर है। ब्लॉक भीटी, ग्राम सभा पाण्डेय पैकौली में तंदूरी रोटी काफ़ी मशहूर है। यहां की तंदूरी रोटी की चर्चा दूर-दूर गांवो तक है। स्थानीय लोग तंदूरी रोटी को सुबह नाश्ते में दूध या चाय के साथ खाते हैं। तंदूरी रोटी को मटन या चिकन के साथ भी खाने के लिए बनाया जाता है। अमूमन, यह तंदूरी रोटी शादी-विवाह के कार्यक्रमों में भी बनती है या इसे आर्डर देकर बनवाया जाता है।
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यहां तीन तरह की तंदूरी रोटी बनाई जाती है। सिरमाल रोटी, कुलचा रोटी और नान रोटी।
तंदूरी रोटी बनाने के लिए सबसे पहले आटे को अच्छे से गूंद लें। फिर उसमें चीनी मिलाएं। बाद में, उसे गोल आकार देकर चूल्हे पर पकाएं। आपको बता दें, तंदूरी रोटी को अगर दो दिनों तक भी रख दिया जाए तो भी यह खराब नहीं होती।
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