अंबेडकर जिले के भीटी ब्लॉक के प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय में काम करने वाले रसोइयों को उनका मानदेय न मिलने की खबर सामने आई है। यह खबर ग्रामसभा पाण्डेय पैकौली, जैतपुर निधियांवा की है। स्कूलों में काम करने वाले रसोइयों का आरोप है कि लगभग साल भर से उन्हें उनका वेतन नहीं मिला है। उनका यह भी कहना था कि यह समस्या सिर्फ एक विद्यालय की नहीं बल्कि पूरे जिले का यही हाल है। किसी का 8 महीने तो किसी का साल भर से पैसा ही नहीं आया।
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विद्यालक के एक रसोइये ने खबर लहरिया से बात करते हुए कहा कि वह इस भरोसे खाना बनाते जा रहें हैं कि अगले महीने पैसा आ जाएगा पर अब ज़्यादा दिक्कत हो रही है। हर किसी के घर में खर्चा लगा रहता है। बच्चों की पढ़ाई और दवा का खर्च है। ऐसे में घर चलाना मुश्किल हो रहा है। कई बार उन लोगों ने संगठन के ज़रिये से एप्लीकेशन भी दी पर कोई सुनवाई नहीं हुई। अब पैसे आने का कोई रास्ता नज़र नहीं आ रहा है।
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आगे कहा, उन्हें हर दिन सुबह 8 बजे से ढाई बजे तक स्कूल परिसर में रहना पड़ता है। इस वजह से वह अन्य और कोई काम नहीं कर पाते। उन्हें महीने का 15 सौ रूपये मिलता था अब वह भी नहीं मिल रहा।
जब रसोइयों द्वारा समस्या की शिकायत बी.आर.सी से की जाती है तो वह कहते हैं कि यह उनके संरक्षण में नहीं आता। हम इस पर कोई जवाब नहीं दे सकते।
खबर लहरिया ने जिला समन्वक (एम. डी एम) सत्य प्रकाश मौर्य से बात की। उन्होंने बताया कि मार्च के महीने से रसोइयों का मानदेय नहीं आ रहा है। यहां से प्रशासन को कई बार लेटर भेजा जा चुका है। धन आभाव व मानदेय में बढ़ोतरी की वजह से पैसा नहीं आया है। अगर जिले स्तर पर पैसा आता है तो रसोइयों के खातों में भिजवा दिया जाएगा।
जब जिला समन्वक से पूछा गया कि रसोइयों को उनका मानदेय कब मिलेगा तो उन्होंने बस इतना कहा कि इसकी कोई निर्धारित तारीख नहीं है।
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