उत्तर प्रदेश बांदा जिला के तिंदवारी ब्लाक के ग्राम पंचायत पलरा के रहने वाले सभी मजदूरों का आरोप है कि लगभग 2 महीने पहले उन्होंने मनरेगा के तहत काम किया था। लेकिन अभी तक उन्हें उनकी मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है। लोगों ने शिकायत पत्र लिखकर सचिव और पंचायत मित्र से उनकी मज़दूरी की मांग की है।
जो की उनका हक है। जब भी लोगों द्वारा सचिव या पंचायत मित्र से मज़दूरी मांगी जाती है तो उन्हें कहा जाता है कि उनके पैसे बैंक खाते में आएंगे। जब वह बैंक खाते में पैसे चेक करने जाते हैं तो उन्हें खाली खाते के सिवा और कुछ नहीं मिलता। अधिकारियों द्वारा मदद की जगह बस आश्वासन मिलता है। लोगो का आरोप है कि जो लोग काम नहीं करते, उनके खातों में हज़ारों रुपए हैं वहीं उनके द्वारा मेहनत करने के बाद भी उनके खातों में भुगतान की राशि तक नहीं डाली जाती।
लोगों का आरोप है कि पंचायत मित्र को पूरा पैसा दिया जाता है लेकिन वह खाता धारकों को 200 रुपये देकर मज़दूरी का पैसा फ़र्ज़ी खातों में डालकर निकाल लेते हैं। वहीं पंचायत मित्र गुड्डू का कहना है कि जिन लोगों ने शिकायत की है वह शिकायतें फर्जी है। सभी मजदूरों का पैसा मजदूरों के खाते में दिया गया है। जबकि मजदूर अपने मनरेगा के तहत मजदूरी के पैसों की लगातार मांग भी नहीं करते। इस मामले में तिंदवारी सचिव कमलेश यादव ने कहा कि मनरेगा के तहत जो मजदूर काम किए हैं उनका पैसा अभी नहीं आया है। जो शेष बाकी हैं तो उनके खातों में भी पैसे डाल दिए जाएंगे।