खबर लहरिया Blog Tirupati: तिरुपति के वेंकटेश्वर मंदिर के लड्डू प्रसाद में चर्बी, मछली का तेल मिलाये जाने का आरोप

Tirupati: तिरुपति के वेंकटेश्वर मंदिर के लड्डू प्रसाद में चर्बी, मछली का तेल मिलाये जाने का आरोप

रिपोर्ट के अनुसार, वेंकटेश्वर मंदिर में मिलने वाले लड्डू में लार्ड (स्पष्ट सुअर की चर्बी), टैलो (गोमांस की चर्बी) और मछली के तेल सहित विदेशी वसा मिलाने का आरोप लगाया है।

                                            तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर की तस्वीर (फोटो साभार – सोशल मीडिया)

आंध्र प्रदेश के वेंकटेश्वर मंदिर में मिलने वाले लड्डू (प्रसाद) में कथित तौर पर मछली का तेल और पशु की चर्भी की मिलावट का मामला सामने आया है। तेलुगू देशम पार्टी के प्रवक्ता अनम वेंकट रमना रेड्डी ने कल गुरुवार 19 सितम्बर 2024 को प्रयोगशाला की रिपोर्ट से इस बात की पुष्टि की। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू (N Chandrababu Naidu) ने बुधवार 18 सितम्बर को यह दावा किया कि पिछली सरकार वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के कार्यकाल में लड्डू में चर्बी का इस्तेमाल किया जा रहा था। इसके बाद राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है।

अनम वेंकट रमना रेड्डी ने कल हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कथित प्रयोगशाला की रिपोर्ट पेश की थी जिसमें चर्बी होने को बताया गया है। इस मामले पर टीटीडी (तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम /Tirumala Tirupati Devasthanam) के पूर्व अध्यक्ष और वाईएसआरसीपी के वरिष्ठ नेता वाईवी सुब्बा रेड्डी ने कहा कि, “राजनीतिक लाभ के लिए नायडू किसी भी स्तर तक गिर सकती है।” कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भी कहा, “यदि ऐसा है तो इसकी जाँच होनी चाहिए और दोषियों की पहचान करनी चाहिए।”

गुरुवार 19 सितम्बर को मीडिया को प्रयोगशाला की रिपोर्ट दिखाते हुए श्री रमण रेड्डी ने कहा, “मिलावटी घी के इस्तेमाल के कारण तिरुमाला लड्डू की गुणवत्ता में भारी गिरावट आई है। भारी कमीशन के लिए वाईएसआरसीपी सरकार ने कर्नाटक की नंदिनी डेयरी को-ऑपरेटिव सोसाइटी को हटा दिया।”

इस मामले के सामने आने पर मंदिर में आए श्रद्धालुओं ने लड्डू में मिले चर्बी की बात को खारिज किया। लोगों ने लड्डू के प्रति अपना भरोसा जताते हुए कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। एएनआई ने सोशल मीडिया पर इसका वीडियो शेयर किया।

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वाईएसआर कांग्रेस पार्टी पर आरोप

राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) की बहु-विषयक प्रयोगशाला, पशुधन और खाद्य विश्लेषण एवं अध्ययन केंद्र (सीएएलएफ) की रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि की गई है कि कथित तौर पर लड्डुओं में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल है। आरोप के अनुसार, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) की सरकार में मंदिर की तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) जोकि एक ट्रस्ट आरोपों के दायरे में है।

लड्डू में यह चीज़ें मिलने का आरोप

रिपोर्ट के अनुसार, लड्डू में लार्ड (स्पष्ट सुअर की चर्बी), टैलो (गोमांस की चर्बी) और मछली के तेल सहित विदेशी वसा की पुष्टि का पता चलता है।

आपको बता दें कि तिरुपति लड्डू में शिकायत आने के बाद के तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम से लड्डू के नमूने गुजरात स्थित पशुधन प्रयोगशाला को भेजे गए थे। लड्डू के नमूने लेने की तारीख 9 जुलाई, 2024 थी और प्रयोगशाला रिपोर्ट 16 जुलाई की थी।

टीटीडी (तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम) ने आरोपों को किया खारिज

लाइव मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक टीटीडी (तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम) के पूर्व अध्यक्ष भुमना करुणाकर रेड्डी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि शुद्ध घी की खरीद का इस्तेमाल वाईएसआरसीपी की सरकार में भी काम करते थे और किसी को भी खरीदे गए घी की गुणवत्ता में कुछ भी गलत नहीं मिला।

 

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