कानपुर- पुलिस और डाक्टरों पर आये दिन होते हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। इंदौर, अलीगढ के बाद अब कानपुर में पुलिस और स्वास्थ्य कर्मियों पर लोगों द्वारा पथराव किये जाने का मामला सामने आया है।
#WATCH Kanpur: Stones were pelted at health workers & Police team in Chaman Ganj area earlier today, when the teams had gone to the site to pick the members of a family infected with #COVID19. pic.twitter.com/oDU04dkd83
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 29, 2020
जानकारी के मुताबिक मामला कानपुर जिले के चमनगंज थाना क्षेत्र के हॉट स्पॉट एरिया का है। बुधवार यानी 29 अप्रैल को गुलाब घोषी मस्जिद के पास स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीम एक कोरोना संक्रमित मरीज के परिवार के सदस्यों को क्वारंटाइन कराने के लिए लेने के लिए गई थी। स्वास्थ्य टीम संक्रमित मरीज के परिवार के सदस्यों को साथ लेकर चलने लगी तो 30 से 35 लोग घरों से बाहर निकल आए। सभी परिवार के सदस्यों को ले जाने का विरोध करने लगे। जब पुलिस ने उन्हे रोकने का प्रयास किया तो पथराव शुरू कर दिया।
स्वास्थ्य व पुलिसकर्मियों पर पथराव की जानकारी पर डीआईजी/ एसएसपी अनंत देव तिवारी भी मौके पर पहुंचे और घटना का जायजा लिया और सख्ती से माहौल बिगाड़ने व सरकारी कार्य में बांधा डालने वालों से निपटने की बात कही। सीओ त्रिपुरारी पांडेय ने मीडिया को बताया कि एक शख्स कोरोना पॉजिटिव निकला था, जिसको हम लोग पहले ही क्वारंटाइन करा चुके हैं। उसके परिवार वालों को चिन्हित किया गया था। बुधवार को स्थानीय पुलिस और मेडिकल टीम मौके पहुंची और परिवार को लेकर चली गई। उसके 15 मिनट बाद आसपड़ोस के लोग 30 से 35 की संख्या में आए और पत्थरबाजी करने लगे। इसमें कुछ लोगों को चिन्हित कर लिया गया है। उनके विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जा रही है। किसी को किसी प्रकार की चोट नहीं आई है।
इस मामले का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा है कि हमला करने वालों को चिन्हित कर उन पर एनएसए (नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी) व गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई हो। कोरोना योद्धाओं पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
कोरोना की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन जारी है इस बीच लोग अपने घरों में रहने को मजबूर हैं कोरोना के फैलने से जितना डर लोगों को बाहर जाने में लग रहा है उतना ही मानसिक डर अब लोगों को घर में रहते हुए सताने लगा है। भागती-दौड़ती ज़िंदगी में अचानक लगे इस ब्रेक और कोरोना वायरस के डर ने लोगों के मानसिक तौर पर परेशान किया है, फिर भी लोगों को चाहिए की अपने घरों से बाहर न निकले इस तरह पर पुलिस और स्वास्थ्य कर्मियों पर हमला चिंता का विषय है लोगों को समझना चाहिए की ये सब हमारी ही सेवा में लगाये गये हैं इसलिए नियम का पालन करें और करने दें।