एक तरफ सरकार यात्रियों की सुविधा के लिए लाखों रुपये खर्च कर के ग्रामीण इलाकों में सुलभ शौचालय का निर्माण कराती है.तो दूसरी तरफ शौचालय की स्थिति बहुत बुरी नजर आ रही है|
चित्रकूट जिले के ब्लॉक रामनगर क़स्बा के राजपुर में रोड किनारे बना सुलभशौचालय जो 2014 में बना था| वह लगभग एक साल इस्तेमाल किया गया है उसके बाद से पूरी तरह से ध्वस्त है|शौचालय के खिड़की टूटी हुई है और दरवाजे भी निकले हुए हैं.इस रोड से हर रोज लगभग 3000 लोग आते जाते है| आस-पास के सभी गाँव के लोग निकलते है अपने अपने कामो के लिए यहाँ की आबादी लगभग दस हजार है
यात्रियों का आरोप है की
यह सुलभ शौचालय खराब होने के वजह से हम लोगों को काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है हम लोग बाजार करने और तहसील के काम के लिए आते-जाते रहते है. अगर इमरजेंसी पड़ जाती है,तो बहुत ही समस्या आ जाती है| क्योंकि यह शौचालय इस्तेमाल करने लायक नहीं है अंदर तक कोई नहीं जाता है| अगर देखा जाए तो सिर्फ नाम के लिए शौचालय बना दिया गया है| प्रशासन भी इसमें ध्यान नहीं देता है.जबकि इस संबध में चेयरमैन और एसडीएम को ज्ञापन भी सौपा गया है| सभी लोगो का जवाब यही आता है की जल्द से जल्द मरम्मत कर दिया जायगा उसके बाद कोई नजर तक नही डालता इस पर हम लोग काफी परेशान है कोई एसा जगह नही बचा है की हम लोगो ने आवेदन नही दिया हो
राजापूर नगर पंचायत चेयरमैन आदर्श त्रिवेदी का कहना है की
शौचालय की मरम्मत के लिए अभी तक कोई बजट नहीं आया है. जैसे ही बजट पास हो जाए तो मैं जल्द से जल्द इस शौचालय की मरम्मत करा दूंगा ताकि यात्रिओ को दिक्क़ते ना आये |
सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान तो चलाया लेकिन इसका सच तो ग्रामीण इलाके में देखने से पता चलता है की कितना असर पड़ा है यदि सरकारी सुलभ शौचालय की स्थिति इतनी बुरी है गंदगी से भरी हुई कोई साफ़ सफाई नही, तो आस पास के लोग कैसे रखेंगे सफाई का ध्यान तो ये अपने आप में एक बड़ा सवाल है ?