महिला के साथ क्यों हुई मारपीट?
छतरपुर जिले के ब्लॉक ईसानगर, गांव पहाड़| यहां कि रहने वाली 60 वर्षीय कामनी अहिरवार को प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत बनी सड़क से निकलने के लिए 15 दिन पहले कुछ दबंग लोगों ने बेरहमी से मारपीट कर घायाल कर दिया| तब से वह न्याय पाने के लिए एस पी आफिस के चक्कर लगा रही है,लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई|
महिला कामनी का कहना है कि वह घर में अकेली रहती है| उसकी लड़की बाहर रहती है| किसी से कोई लडा़ई झगडा़ भी नहीं है फिर भी लोग सरकारी सड़क से भी निकलने में मना करते हैं| इतना बेरहमी से मारा है कि उसके हाथ पैरों में नीले दाग पड़े हैं| महिला कहना है कि वह 15 दिन से एस पी आफिस दौड़ –दौड़ कर थक गई और किराया भाड़ा अलग से खर्च होता है| इस लिए सुबह से लेकर अभी तक यहां पर बैठी है और तब तक बैठी रहेगी जब तक एस पी तिलक सिंह इसकी सुन ना लेंगे| क्योंकि वह दबंग लोग उसे हमेशा परेशान करते हैं|
ये पहली बार नहीं हुआ के किसी दलित महिला को इस तरह की हिंसा का शिकार होना पड़ा हो. हमेशा से बुंदेलखंड में उच्च जातियों और सामंत वादियों का दबदबा रहा है. पुलिस प्रसाशन भी उन्ही का साथ देती है जो उनकी जेब गरम करते हैं. ये घटना सिर्फ कामिनी के साथ ही नहीं बल्कि हर उस महिला पुरुष के साथ होती है जो निम्न वर्ग के हैं। शायद तभी ददुआ और ठोकिया जैसे डाकू इस क्षेत्र में पैदा हुए और इतने खतरनाक डाकू बने. इन डाकुओं का इतिहास भी अगर पलट कर देखा जाय तो यही था के ठाकुरों और सदामन्त वादियों के खिलाफ उन्हीने आवाज़ उठाई। तो क्या अब भी बुंदेलखंड से ऐसे ही डाकू पैदा होंगे या प्रशासन इस पर कोई लगाम लगाएगा।
एस पी तिलक सिंह से बात की महिला 4 दिन से आ रही है, लेकिन वह नहीं था| इसलिए मामला उनके संज्ञान में नहीं आया| आज उन्होंने महिला का आवेदन ले लिया है और मैं वहां पर जांच–पड़ताल करवा कर जो दोषी पाया जाएगा| उसके ऊपर कार्रवाई की जाएगी और महिलाओं को न्याय मिलेगा| महिलाओं के साथ कोई भी इस तरीके से मारपीट करें गा तो कार्रवाई जरुर की जाएगी एस पी तिलक सिंह ने उस महिला को आश्वासन दिया लेकिन महिला फिर भी वहाँ से नहीं आई| उसका कहना है कि जब तक वह आरोपी पकड़े नहीं जाएंगे तब तक वहीं पर बैठी रहेगी| अब देखना यह है कि एसपी तिलक सिंह उन आरोपियों को पकड़ पाते हैं या फिर महिला यहीं पर बैठी रहेगी|
-रिपोर्टर अलीमा