जिला बांदा। कहने को तो हमारा देश तरक्की के नाम पर दुनियां की पांचवीं सीढ़ी बनने की दहलीज पर है। इतना ही नहीं देश आजादी के 76 साल भी पूरे कर चुका है। इसके बावजूद भी अनेकों ऐसे गांव और पुरवे है, जो अभी भी मूलभूत सुविधाओं की राह देख रहें हैं।
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गांव के लोगों का कहना है कि बदौसा कस्बे से लगा हुआ गांव है हलवाई पुरवा। विकास के नाम पर सड़क,पानी,आवास और शौचालय कुछ भी नहीं है। पुरवा में लगभग 150 घर है जिसमें दलित और यादव परिवार निवास करते हैं। इतने घरों के बीच तीन हैंडपंप है जिसमें से दो खराब है एक ही चलता है। जब वो हैंडपंप खराब हो जाता है तो एक किलोमीटर दूर हल्दी पुरवा या नीजामी नगर पानी लेने जाना पड़ता है।
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