युवक ने आत्महत्या करने से पहले कहा कि “मैं पुलिस, कानून और न्यायालय से तंग आ चुका हूं। यहां ईमानदार आदमी के लिए कोई न्याय नहीं है। वीडियो बनाने के बाद ट्रेन के सामने कूद गया और आत्महत्या कर ली। मामले में तीन दिन बीत जाने के बाद कोई कार्यवाही नहीं हुई है, पीड़ित परिवार एसएसपी कार्यालय के चक्कर लगा रहा है।”
अयोध्या जिले के बछड़ा सुलतानपुर में 20 मई 2021 को बृहस्पतिवार को एक युवक के ट्रेन से कटकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया था।मौत से पहले मृतक अमित मौर्या का सोशल मीडिया पर वीडियो भी वायरल हुआ था। जिसमें वह अपने साथ हो रहे नाइंसाफी की वजह से देवकाली चौकी प्रभारी आरक्षी हेमंत वा नगर कोतवाल और अपने पटीदारों से परेशान होकर जान देने की बात कही है। वीडियो में मृतक ने कहा दोस्तों मैं बहुत तंग आ गया हूँ। भ्रष्टाचार कानून, न्यायालय से कोई उम्मीद नहीं मिली। मेरी मौत के यही सब जिम्मेदार हैं। न्यायालय तक में एक इमानदार आदमी की कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। मौत के तीन दिन बीत जाने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई है।
— AYODHYA POLICE (@ayodhya_police) May 20, 2021
क्या था पूरा मामला?
मृतक के भाई दीपक मौर्या ने आरोप लगाया है कि रास्ते के विवाद को लेकर पटीदार राम उजागीर मौर्य और रामजी मौर्य ने जबरदस्ती उनके नाम मुकदमा किया गया था। उनका हैण्डपम्प बाथरूम तोड़ दिया। प्रधानमंत्री आवास भी आया था उसको भी जबरदस्ती रोक दिया गया जबकि उनकी जमीन में निर्माण हो रहा है। वह बताते हैं कि उनके साथ बहुत ही अन्याय हुआ है। चौकी प्रभारी और कोतवाल के पास भी गए पर उनकी कहीं नहीं सुनी गई।
मृतक के चाचा का आरोप, विभागीय लापरवाही से युवक ने लगाया मौत को गले
मृतक अमित मौर्या के चाचा शिवलाल मौर्या का कहना है कि “ हमें सरकारी आवास मिला था उसी का निर्माण कर रहे थे इसी को लेकर झगड़ा हुआ।” हमारे पटीदार राम उजागीर, रामजीत मौर्य और देव काली चौकी प्रभारी और हेमंत सिपाही के द्वारा रुकवा दिया गया। और इससे पहले 133 रास्ते का विवाद पहले से ही चल रहा था। सिटी मजिस्ट्रेट के यहाँ से शौचालय बनवाने का आदेश हुआ था उसे भी गिरवा दिया गया। दुबारा निरिक्षण करवाकर बनवाना शुरू किया था लेकिन हेमंत सिपाही द्वारा फिर 151 में चालान करके बनवाने से रोक दिया गया। इसी को लेकर हमारा भतीजा अमित मौर्य परेशान था वह बार-बार कचहरी का चक्कर लगा रहा था।
चौकी प्रभारी और हेमंत सिपाही से हम लोगों ने 31 मार्च और 1 अप्रैल को शिकायत भी किया था लेकिन हम लोगों की कोई सुनवाई नहीं हुई। इसी बीच लॉकडाउन भी लग गया तो हमने उसको समझाया कि लॉकडाउन खुल जाने दो फिर हम उच्च अधिकारियों से बात करेंगे। लेकिन हमारी सुनवाई नहीं हुई और हमारे भाई ने ट्रेन से कटकर अपनी जान दे दी। 23 मई को हम लोगों ने एसएसपी से मिलकर ज्ञापन दिया, और कार्यवाही की माँग की है।
एसपी ग्रामीण करेंगे मामले की जांच
एसएसपी शैलेश कुमार पांडे ने बताया कि एसपी ग्रामीण अयोध्या द्वारा जांच की जा रही है, जांच में जो भी तथ्य सामने आयेगा उसके बाद कार्यवाही की जायेगी।