बांदा जिले के सबसे पिछड़े क्षेत्र, नरैनी ब्लाक में एक ऐसा गांव है जहां पानी की कमी के कारण खेती एक तरह से भगवान के भरोसे हो रही है। रानीपुर एक ऐसा ही गांव है, जहां 99% लोग किसान हैं, लेकिन सिंचाई के लिए ना तो कोई सरकारी ट्यूबवेल है, और न ही नहर का साधन है। इसके कारण किसानों की गेहूं की बुआई बहुत देर से हो रही है, जिससे पैदावार पर असर पड़ रहा है।
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