9 साल की एक ट्रांसजेंडर बच्ची ऐवरी जैकसन को जाने-माने अंतर्राष्ट्रीय मैगजीन नैशनल जियोग्राफिक ने अपने कवर पेज पर जगह दी है। मैगजीन ने जनवरी 2017 का अपना ताज़ा अंक लिंग के विषय पर निकाला है। दुनिया में पहली बार किसी ट्रांसजेंडर को इतनी प्रमुखता से प्रकाशित किया गया है। यह तस्वीर मैगजीन के फोटोग्राफर रोबिन हेमंड ने खींचा है।
अमेरिका में रहने वाली ऐवरी ने कहा है, “मेरे साथ सबसे अच्छी बात यह है कि मैं एक लड़की हूं। अब मुझे लड़के की तरह बर्ताव करने या लड़का साबित करने की जरूरत नहीं है।” बहरहाल, मैगजीन के इस अंक को लेकर दुनियाभर में तारीफ की जा रही है। 130 साल पुरानी इस प्रतिष्ठित मैगजीन ने पहले भी लैंगिक असमानता का मसला उठाते हुए समाज के सामने कड़वी सच्चाई रखने की कोशिश करी है।
मैगजीन के संपादक सुसन गोल्डबर्ग ने मैगज़ीन के सम्पादकीय में कहा है, “हमने इस विषय को समाज की सोच बदलने के लिए चुना। इसमें कई ऐसे लेख हैं जिन्हें वे पढ़कर इंसानी जरूरतों को समझेंगे। इतना ही नहीं, जो बचपन से ट्रांसजेंडर बनना चाहते हैं उनके सामने आ रही मुश्किलों का भी इन लेखों में जिक्र है।”
अमरीका जैसे मुल्कों में ट्रांसजेंडर को अब पहले के मुकाबले सम्मान दिया जाने लगा है। हिलेरी क्लिंटन ने भी राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के दौरान उन्हें सम्मान देने का मुद्दा उठाया था। यही नहीं, अमरीका में स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे ट्रांसजेंडर बच्चों के साथ हो रहे भेदभाव को रोकें और उन्हें उनके नाम से पुकारें। भारत में भी इस बात पर वाद विवाद जारी है। हाल में भारतीय रेलवे ने टिकट बुकिंग में पुरुष और स्त्री के साथ थर्ड जेंडर का कॉलम भी फॉर्म में जोड़ा।