अजनर थाना क्षेत्र के धवर्रा गाँव का मामला है, जिसमे 11 जुलाई को 60 साल के लक्ष्मण की मौत हो गई है। परिवार वालो ने गांव के संतू, मुल्लू, और तरुण ठाकुर, के ऊपर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस मौके पर पहुची शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अभी तक कोई तहरीर नही मिली है। जांच करने और तहरीर के आधार पर मुकदमा लिख कार्यवाही करने की बात कर रही है।
मृतक लक्ष्मण के बेटे ने बताया कि वह एक हाथ से विकलांग है मांग मांग कर वह अपने परिवार का भरण पोषण करता है। उसके पिता उसके साथ देते थे। गांव में ग्राम समाज की जमीन पड़ी हुई थी। इसमें वह 12 साल से कब्जा किए हुए हैं। इसके चलते हैं गांव के लोग विरोध करते थे, और 11 जुलाई की रात को तीनों लोगों ने मिलकर कुल्हाड़ी और डंडों से मारकर अधमरा छोड़ दिया। यह बात हमें सुबह पता चली, जब हम मौके पर पहुंचे तो पिताजी ने खुद अपने बयान पर तीनों लोगों के नाम लिए और थोड़ी देर बाद उनकी मौत हो गई।
भतीजे दामोदर ने बताया कि ग्राम समाज की जमीन में वृक्षारोपण किया था। वहां पानी देने के लिए कुआं खोदा गया जो अच्छा पानी दे रहा था। जिसके चलते गांव वालों को चिढ़ होने लगी। तीनों लोगों पेड़ खेत से उखाड़ कर फेंक दिया तभी ट्रैक्टर लेकर जुताई करने के लिए गांव गए तो जान से मारने की धमकी दी, और मारपीट भी की। इसकी तहरीर लेकर चौकी गए तो उन्होंने सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा होने की बात कहकर कोई सुनवाई नहीं की। जिसके चलते इस घटना को अंजाम दिया है अगर पुलिस उस दिन कार्यवाही करती तो शायद आज पिताजी की बात ना होती।