जिला चित्रकूट, ब्लाक मऊ, गांव कोनिया जयबली के उमर लगभग सात साल रहै। बंधा मा डूबै के कारन जयबली के 7 अगस्त का अचानक मउत होय से वहिके महतारी का रो-रो के बुरा हाल हवै।
जयबली के बाप अवध नरेश का कहब हवै कि लड़का खेलै खातिर घर से बाहर निकर गा रहै। जबै शाम तक वा घर नहीं आवा तौ वहिका ढूढ़ा गा,पै कत्तौ नहीं मिला रहै। यहिसे हम लोग बहुतै परेशान होइ गयेन। दुसरे दिन जयबली के लाश बंधा मा उतरात मिली रहै।
जयबली के बाबा का कहब हवै कि वहिके लाश बंधा मा रात भर लाश रही हवै। यहिसे पहिले या बंधा मा कउनौ के डूबै के कारन मउत नहीं भे आय। इनतान पहिली दरकी बंधा मा डूबै से मउत भे हवै। मोर पाला पोसा नाती मर गा हवै। वहिके महतारी का रो-रो के बुरा हाल हवै।
राजवंती कहिस कि चार बजे गुड़ी पीटै खातिर गा रहै। हम लोग वाहिका रात भर ढूढ़त रहेन,पै कउनौ पता नहीं लाग। का पता रहै कि बंधा कइती निकर गा होइ। नहीं तौ हुंवा भी जा के देख लेतेंन।
गुलाब कली कहिस कि कइयौ बच्चा वहिके साथै गे रहैं। पानी बरसै लाग अउर बच्चा आ गें, पै जयबली का कउनौ पता नहीं लाग रहै।
रिपोर्टर- सुनीता देवी