12 मई को छठे चरण के चुनाव में छह राज्यों और दिल्ली की 59 सीटों पर मतदाता उम्मीदवारों के चुनावी भविष्य का फैसला ईवीएम मशीन में बंद कर चुके हैं। इसमें उत्तर प्रदेश की 14, हरियाणा की सभी 10, बिहार की आठ, पश्चिम बंगाल की आठ, मध्य प्रदेश की आठ, दिल्ली की सभी सात और चार सीटें झारखंड की शामिल थे। बात दिल्ली की करें तो दिल्ली की सातों सीटों में कुल 56 प्रतिशत वोटिंग हुई। इस बार दिल्ली के चुनावी मैदान में शीला दीक्षित, विजेंदर सिंह, गौतम गंभीर, आतिशी मार्लेना, अजय माकन जैस बड़े नेता है।
वहीं उत्तर प्रदेश की 14 सीट सुल्तानपुर, फुलपुर, प्रतापगढ़, इलाहाबाद, अम्बेडकरनगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संत कबीर नगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछलीशहर में मतदान हुए। उत्तरप्रदेश की आजमगढ़ सीट में इस बार मुकाबला रोचक है, क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बनाम भाजपा के उम्मीदवार दिनेश यादव उर्फ निरहुआ चुनाव मैदान में है। वहीं केन्द्रीय मंत्री रही मेनका गांधी सुल्तानपुर सीट से चुनाव लड़ रही है।
इस चरण में बिहार में केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह पूर्वी चंपारण से चुनावी मैदान में है। वह पांच बार सांसद रह चुके हैं। मध्य प्रदेश की आठ लोकसभा सीटों में भोपाल का मुकाबला दिलचस्प है। इसके अलावा गुना, ग्वालियर और विदिशा में भी कांटे की टक्कर मानी जा रही है। मध्यप्रदेश में चुनावी लड़ाई भोपाल में दिलचस्प है, जहां से कांग्रेस से दिग्विज सिंह के सामने भाजपा से साध्वी प्रज्ञा ठाकुर चुनाव लड़ रही है। आपको बता दें कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर मालेगांव धमाको की आरोपी हैं। वही भोपाल सीट पर 1989 से भाजपा का दबदबा है। तो क्या कांग्रेस भाजपा का किला भेदना पाएगी ये तो 23 मई को बता चलेगा।
पिछले लोक सभा के चुनावों में ज्योतिरादित्य एक लाख 20 हजार मतों के अंतर से जीते थे. हालांकि ये सीट उनके परिवार के वर्चस्व वाली ही है मगर क्या भाजपा ने यादव को खड़ा कर ज्योतिरादित्य के लिए वाक़ई चुनौती कड़ी करने की कोशिश की है ? इसपर सबकी नजर रहेगी। पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा मतदान हुए 80.16 प्रतिशत मतदान हुआ। वहीं उत्तर प्रदेश में 53.37 प्रतिशत डाले गए वोट। बिहार – 55.36, हरियाणा – 6.43, मध्यप्रदेश – 60.30, उत्तर प्रदेश – 51.37, प. बंगाल – 80.16, झारखंड – 64.46, दिल्ली – 55.51 प्रतिशत मतदान हुए। अब 19 मई को सातवे चरण का चुनाव होने वाला है, ये मतदान का आखिरी चरण है। इसके बाद 23 मई को चुनाव का परिणाम घोषित होगा, जिसके बाद बता चलेगा कि किसकी सरकार आने वाले पांच साल काम करेंगी।