- अंकुशिता बोरा असम के शोणितपुर जिले के ठेलामारी गांव की रहने वाली हैं।
- अंकुशिता बोरा ने लड़कों का खेल माना जाने वाले बॉक्सिंग को अपना करियर बनाया।
- उनकी जिद और कठिन मेहनत का ही नतीजा है कि गुवाहाटी में आयोजित एआईबीए विश्व महिला चैंपियन युवा बॉक्सिंग चैपिंयनशिप में अंकुशिता बोरा ने स्वर्ण पदक जीता हैं।
- आज अंकुशिता बोरा छोटे गांवों से आने वाली महिला खिलाड़ियों के लिए एक मिशाल बन गई हैं।
- अंकुशिता के परिवार की आर्थिक स्थिति खराब थी, इसके बावजूद भी वो आज इस मुकाम पर हैं।
- अंकुशिता के पिता एक निजी विद्यालय में शिक्षक हैं। लेकिन उन्होंने अंकुशिता को हमेशा आगे बढ़ने का हौसला दिया।
- अंकुशिता ने बॉक्सिंग की शुरुआत 2012 में की थी।
- उन्होंने नई दिल्ली में खेले गए युवा नेशनल चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था।
- अंकुशिता ने 27 नवंबर, 2017 को एआईबीए विश्व महिला चैंपियन युवा बॉक्सिंग में 64 किलोग्राम वर्ग के अंतिम दौर में रुस की डाइनिक एकाटेरिना को हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया है।
इंडिया के लिए लाई गोल्ड, लेकिन इनका सफ़र आसान नहीं था, जानिए अंकुशिता को
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