26 जनवरी का जबै पूर देश गणतन्त्र दिवस मनावत रहै तबै बांदा जिला मा एक किसान का परिवार शोक मनावत रहै। बड़ोखर बुजुर्ग गांव का रामलखन 26 जनवरी का साढ़े पांच बजे फांसी लगाके आत्महत्या कइ लिहिस है। सरकार के आंकड़ा के हिसाब से 2013 से अबै तक बारह हजार किसान आत्महत्या कइ चुके हैं।
रामलखन के लड़की रजनी देवी का कहब है कि मोर बाप टी.बी. के बीमारी अउर रुपिया न होय के कारन परेशान रहत रहै। चार साल से खेती मा कुछौ नहीं होत रहै, यहै कारन कर्जा होइगा रहै। इं सब कारन से मोर बाप आत्महत्या करिस है।मोर एक छोट भाई है वा पढ़त है। घर मा कमायें वाला कोउ नहीं आय।पता नहीं आगे का करबै।
रामलखन का छोट भाई राजभान कुशवाहा का कहब है कि लड़की के शादी का कर्जा रहै तौ मड़ई आपन कर्जा मांगत रहै, यहै कारन वा आत्महत्या करिस है। बाबु सिंह बताइस कि टी. बी. के बीमारी मा हर महीना आठ-दस हजार खर्चा होत रहै, इलाज खातिर मड़इन से कर्जा लेत रहै। बड़ा भाई मनु का कहब है कि कर्जा अउर बीमारी के कारन मोर भाई आत्महत्या करिस है।
रिपोर्टर- गीता देवी
Published on Jan 30, 2018