इंडोनेशिया के जकार्ता और पालेमबांग में खेले गए 18वें एशियाई खेलों का 2 सितम्बर को अंत हो गया। रंगारंग कार्यक्रम के साथ इंडोनेशिया के राष्ट्रपति और एशियाई ओलंपिक काउंसिल के अध्यक्ष शेख अहमद अल फहाद अल सबाह ने इसकी आधिकारिक तौर पर समापन की घोषणा की।
18 अगस्त से 2 सितंबर तक खेले गए इन खेलों में 45 देशों के 11,300 एथलीट्स ने भाग लिया। इस दौरान 40 खेलों की 465 स्पर्धाओं का आयोजन हुआ।
भारत ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए कुल 69 पदक जीते। इसमें 15 गोल्ड, 24 सिल्वर और 30 कांस्य पदक शामिल हैं। वह आठवें स्थान पर रहा।
यह एशियाई खेलों में भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है, इसके पहले ने भारत साल 2010 में ग्वांगजू एशियाई खेलों में 65 पदक जीते थे। वहीं साल 1991 में भारत ने पहले एशियाई खेलों में 15 स्वर्ण पदक हासिल किए थे। भारत ने इस स्वर्णिम इतिहास की बराबरी कर ली।
हेंगजू में 10-25 सितंबर के बीच इन खेलों का आयोजन होगा। हेंगजू बीजिंग(1990) और ग्वांगजू( 2010) के बाद एशियाई खेलों की मेजबानी करने वाला तीसरा चीनी शहर होगा। 18वें एशियाई खेलों में एक बार फिर चीन ने बाजी मारते हुए पहला स्थान हासिल किया।
इन खेलों में चीन ने 132 स्वर्ण, 92 रजत और 65 कांस्य पदक सहित कुल 289 पदक हासिल किए। चीन के बाद दूसरे स्थान पर जापान रहा। जापान ने 75 गोल्ड, 56 सिल्वर और 74 कांस्य पदक सहित कुल 205 पदक जीते। दक्षिण कोरिया 177 पदकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा। इसमें 49 स्वर्ण, 58 रजत और 70 कांस्य पदक जीते।
बता दें, 19वें एशियाई खेलों की मेजबानी चीन का हैंगजू शहर करेगा।