उत्तर प्रदेश सरकार ने 15 अगस्त को प्रदेश के सभी मदरसों में राष्ट्रगान गाने, तिरंगा लहराने और इनके समेत दूसरे सांस्कृतिक कार्यक्रमों की वीडियोग्राफी करने के आदेश दिया था।
दरअसल, उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड की ओर से तीन अगस्त को ज़िलों के अल्पसंख्यक अधिकारियों को भेजे पत्र में स्वतंत्रता दिवस पर इन कार्यक्रमों की समय सारणी के साथ इन्हें रिकॉर्ड करने के भी आदेश दिए गये थे।
सूत्रों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में क़रीब आठ हज़ार मदरसे हैं जिन्हें राज्य मदरसा बोर्ड संचालित करता है। इनमें से क़रीब दो तिहाई ऐसे हैं जो पूरी तरह से सराकरी वित्तीय सहायता पर चलते हैं और ये आदेश खास कर मदरसों के लिए ही तय किया गया है।
इस आदेश के बाद उत्तर प्रदेश के मदरसों में स्वतंत्रता दिवस को राष्ट्रगान के साथ तिरंगा झंडा फहराने के आदेश ने तूल पकड़ लिया।
मुस्लिम धर्म गुरु साजिद रशीदी ने कहा है, ‘’यूपी में दो तरह के मदरसें हैं। एक सरकार के दायरे में आते हैं और दूसरे वो जो सरकार के दायरे से बाहर हैं। लेकिन झंडा सभी फहराते हैं। लेकिन आदेश जारी करना तुगलकी फरमान जारी करने जैसा है।’’
बता दें, उत्तर प्रदेश में 8 हजार से ज्यादा मदरसे हैं, जिनमें निजी और सरकारी सहायता प्राप्त मदरसे शामिल हैं।