हम राम राज्य की कामना कर रहे थे लेकिन रावण तो सरे आम घूम रहे हैं। उनकी दरिंदगी दिन -ब-दिन बढ़ती जा रही है। ऐसी ही दरिंदगी की घटना 14 अगस्त को सामने आई। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के ईसानगर थाना अंतर्गत एक गाँव में 13 वर्षीय दलित बच्ची के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर लाश को गन्ने के खेत में फेंकने का मामला सामने आया है।अभी दो आरोपियों (संजय गौतम और संतोष यादव ) को गिरफ्तार किया गया है। लाश को देख कर उन आरोपियों की दरिंदगी का पता लगाया जा सकता है। उसकी आँखें फोड़ दी गई थीं और जीभ तक काट दी गई थी।
क्या है पूरी घटना
मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक बच्ची 14 अगस्त की दोपहर करीब 1 बजे अपने घर से शौच के लिए गन्ने के खेतों की तरफ गई थी। ये उनकी दिनचर्या का हिस्सा था जिससे किसी को कोई संदेह नहीं था। लेकिन जब लड़की काफी देर तक वापस नहीं आई तो घरवालों ने बच्ची की तलाश शुरू कर दी और इसी के साथ ही बच्ची की गुमशुदगी की सूचना स्थानीय पुलिस को दे दी। पुलिस द्वारा की गई खोजबीन में लड़की की लाश गन्ने के खेत में बरामद हुई।
क्या कहना है पुलिस का
दिप्रिंट खबर के अनुसार लखीमपुर खीरी के एडिशनल एसपी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि पिता की तहरीर पर दोनों आरोपियों (संजय गौतम और संतोष यादव) के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और धारा 376 (डी) (सामूहिक बलात्कार) के तहत मामला दर्ज किया गया है। लड़की की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है जिसमे बलात्कार की पुष्टि हुई है लेकिन आँख और जीभ काटे जाने की कोई पुष्टि नहीं हुई है। उसकी आंख के नीचे चोट आई है जो बलात्कार के दौरान गन्ने की पत्तियों की रगड़ लगने से आई है। 16 अगस्त को दोनों आरोपी संजय गौतम और संतोष यादव को पकड़ लिया है। दोनों की उम्र लगभग 20-21 साल है और उन्होंने अपना जुर्म भी कबूला है. दोनों एक ही गांव के रहने वाले हैं। साथ उनके खिलाफ एन एसए के तहत कार्रवाई की जाएगी।
— KHERI POLICE (@kheripolice) August 16, 2020
कई राजनेताओं ने ट्वीट कर घटना की निंदा की
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर लिखा “ यूपी के लखीमपुर खीरी के पकरिया गाँव में दलित नाबालिग के साथ बलात्कार के बाद फिर उसकी नृशंस हत्या अति-दुःखद व शर्मनाक। ऐसी घटनाओं से सपा व वर्तमान भाजपा सरकार में फिर क्या अन्तर रहा? सरकार आजमगढ़ के साथ खीरी के दोषियों के विरूद्ध भी सख्त , बीएसपी की यह माँग है।“
यूपी के लखीमपुर खीरी के पकरिया गाँव में दलित नाबालिग के साथ बलात्कार के बाद फिर उसकी नृशंस हत्या अति-दुःखद व शर्मनाक। ऐसी घटनाओं से सपा व वर्तमान भाजपा सरकार में फिर क्या अन्तर रहा? सरकार आजमगढ़ के साथ खीरी के दोषियों के विरूद्ध भी सख्त कार्रवाई करे, बीएसपी की यह माँग है।
— Mayawati (@Mayawati) August 15, 2020
तो वहीँ उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने वर्तमान सरकार पर सवाल उठाते हुए लिखा “उप्र के लखीमपुर खीरी में एक बेबस किशोरी से दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या इंसानियत को झकझोर देने वाली घटना है। भाजपा काल में उत्तर प्रदेश की बच्चियों व नारियों का उत्पीड़न चरम पर है | बलात्कार, अपहरण, अपराध व हत्याओं के मामले में भाजपा सरकार प्रश्रयकारी क्यों बन रही है?”
उप्र के लखीमपुर खीरी में एक बेबस किशोरी से दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या इंसानियत को झकझोर देने वाली घटना है. भाजपाकाल में उप्र की बच्चियों व नारियों का उत्पीड़न चरम पर है.
बलात्कार, अपहरण, अपराध व हत्याओं के मामले में भाजपा सरकार प्रश्रयकारी क्यों बन रही है? #NoMoreBJP
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 16, 2020
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी घटना की निंदा करते हुए दुःख जताया। उन्होंने ट्वीट कर प्रशासन पर सवाल उठाते हुए लिखा “लखीमपुर खीरी में 13 साल की नन्हीं बच्ची के साथ हुई बर्बरता पर भी आज प्रशासन चुप है क्योंकि बलात्कार महज़ एक अखबार की खबर बनकर रह गए हैं। नाम बदलते हैं, हालात नहीं। छोटी सी बच्ची के साथ बलात्कार कर उसकी आंखें नोच ली, जीभ काटकर उसे मार दिया। क्या गलती थी इस बच्ची की?”
लखीमपुर खीरी में 13 साल की नन्हीं बच्ची के साथ हुई बर्बरता पर भी आज प्रशासन चुप है क्योंकि बलात्कार महज़ एक अखबार की खबर बनकर रह गए हैं। नाम बदलते हैं, हालात नहीं।
छोटी सी बच्ची के साथ बलात्कार कर उसकी आंखें नोच ली, जीभ काटकर उसे मार दिया। क्या गलती थी इस बच्ची की?— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) August 16, 2020