चेन्नई के रहने वाले प्रगनंधा ने इसी साल अक्टूबर में अपना नाम चेस खेल की दुनिया में सबसे छोटे इंटरनेशनल मास्टर के तौर पर दर्ज करवाया है। हाल ही में सबसे छोटा इंटरनेशनल मास्टर बनने के बाद अब उसकी नजर ग्रैंडमास्टर का खिताब पर है। प्रगनंधा ने अपने साथ मुकाबला करने वाले रुसी खिलाड़ी एस. कर्जिकन से तुलना की है, जिन्होंने ये खिताब 12 साल और 7 महीने की उम्र में पा लिया था। जबकि प्रग के पास अभी 11 महीने का समय है और प्रग को पूरा विश्वास है कि वह 12 साल का होने से पहले ही इस खिताब को पा लेगा।