जिला अम्बेडकरनगर, ब्लाक भीटी, बराई भिटवा हौसला अगर बुलंद हुवय तौ कौनौ भी मुस्किल रास्ता नाय रोक सकत।इहै सच कै देखाये अहैं भीटी ब्लाक के बराई भिटवा गाँव के अमरेश कुमार। जवन की दुइनौ पैर से विकलांग अहैं। इंटर के छात्र हुवय के साथ अमरेश सायकिल कै दूकान भी करे अहैं।
अमरेश कुमार कै कहब बाय कि अलग-अलग स्कूल मा पढ़ाई करेंन अबकी इंटर फाइनल आय। बढ़ई गीरी कै काम तख्ता, खटिया कुर्सी मेज बनावै कै काम भी अमरेश बहुत ही आसानी से कै लियाथे। इनके कहब बाय कि रामायण मा गावे दूर-दूर गाँव मा जाईथी। तारुन करौदी हैदरगंज जैसे कइव गाँव मा रामायण गावै जाय चुका अहैं।
अमरेश के भाई विकास चौरसिया कै कहब बाय कि जब सायकिल बनायके घरे आवाथिन तौ 7 बजे से 10 बजे तक पढ़ाई कराथिन। बचपन मा ठीक रहिन सबके तरह रहिन लकिन इनके पोलियो होय गए तब दवाई नाय हुवत रही। अउर आज तक विकलांग अहैं।चार साल बाद सरकार द्वारा विकलांग साइकिल मिली।
रिपोर्टर- आरती अउर प्रियंका
31/03/2017 को प्रकाशित