जिला बाराबंकी, ब्लाक हैदरगढ़, कस्बा सुबेहा, 4 जनवरी 2017। गांवों में लगने वाले मेलों की अपनी ही रौनक होती है। ऐसा ही एक मेला है, पलिया गांव का पलिया पशु मेला जिसमें बड़े जानवर जैसे बैल, भैस, घोड़ा और गाय की खरीदारी होती है। साथ ही इस मेले में सबसे खास होता है, घोड़ों की दौड़ । इस दौड़ में सुलतानपुर, गोण्डा, बाराबंकी, लखनऊ, प्रतापगढ़, फैजाबाद, हैदरगढ़ से 21 घोड़ सवारों ने भाग लिया था। पांच साल से लगातार लगने वाले इस मेले में पिछले चार साल से घोड़ सवारी की प्रतियोगिता शुरु हुई है।
प्रतियोगिता में भाग लेने आए गोण्डा के जितेन कुमार पाण्डे बताते हैं, “घोड़ सवारी करना मेरा शौक है। मैं अपने इस शौक को पूरा करते समय धूल-मिट्टी की भी परवाह नहीं करता हूं।”
पहली बार इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले अखिल कुमार पाण्डे प्रतियोगिता में तीसरे स्थान पर रहे थे। वह हर बार इस मेले में आने की बात कहते हैं।
इस दौड़ के शुरु होने के साथ ही धूल की एक धुंद सी छा जाती है। पर दौड़ को देखने वालों दर्शकों का उत्साह इस परेशानी के बाद भी कम नहीं होता है। इस मेले में बड़े जानवर बेचने के साथ ही जानवरों को सजाने वाला सामान भी मिलता है। लोग अपने जानवरों के लिए यहां खरीदारी करते हैं।
घुड़सवार मोहम्मद अलीम लखनऊ से यहां आए है। वह प्रतियोगिता में भाग लेने को भी अपना जज्बा बढ़ाने वाला कहते हैं।
हैदरगढ़ के विधायक राम मगन रावत मुख्य अतिथि थे। वह कहते हैं, “पिछले चार साल से ही ये दौड़ शुरु हुई है और इतने कम समय में इस प्रतियोगिता ने काफी नाम कमा लिया है।”
इस घोड़ दौड़ में प्रथम स्थान पर गोण्डा के नान बच्चा पाण्डे रहे। वहीं लखनऊ के साभा साद अनवर दूसरे स्थान पर जबकि तीसरे स्थान पर गोण्डा के अखिल कुमार पाण्डे आए थे।
रिपोर्टर- नसरीन और फिजा
30/12/2016 को प्रकाशित