जिला बांदा, ब्लाक नरैनी, गांव पड़मई। 3 जुलाई का सुबेरे सात बजे हेंया का संतोष आपन बाप का मउत के घाट उतार के कोतवाली मा हाजिर होइगा। पुलिस वहिका जेल भेज दिहिस है।
रामकेश का कहब है, ‘बडा़ भाई संतोष हिस्सा बांट का लइके बाप से लड़ाई मचाये रहत रहा है। जबैकि घर के सात बीघा खेती मा हम दूनौ का आधा-आधा हिस्सा मिला रहै। घर मा ट्रैक्टर रहै तौ बहिनी का दई दिहिस। या बात का लइके भाई पैंसठ साल के बाप से लड़ाई मचाये रहत रहा है। बाप का गाली गलौज देत रहा है। 3 जुलाई का लड़त-लड़त हथौरा मार दिहिस कि बाप के दरे मा मउत होइगे। मार के कोतवाली मा हाजिर होइगा है। बाप का मार के हाजिर होय के धमकी हमेशा लड़ाई मा देत रहा है।’
संतोष के औरत गीता बताइस कि हिंसा बांट का लइके हमेशा से लड़ाई भे है, पै वा बाप के हत्या नहीं करिस आय। लड़ाई के समय मैं घर से दूर रहौं। या मारे कसत लड़ाई भे है, मैं नहीं बता सकती आहूं। पति का जेल होइगे है।
नरैनी कोतवाली के दरोगा पी.एम. सिंह कहिन कि 4 जुलाई 2015 का समय बारह बजे संतोष के ऊपर हत्या के धारा 302 लगा के जेल भेज दीन गा है।