जिला गोरखपुर। रोकथाम के तमाम प्रयासों के बावजूद पूर्वी उत्तर प्रदेश में इंसेफेलाइटिस या दिमागी बुखार से इस वर्ष अब तक छह सौ तेइस मरीजों की मौत हो चुकी है।
गोरखपुर मंडल के अपर स्वास्थ्य निदेशक कार्यालय के आंकड़ों के मुताबिक गोरखपुर स्थित बाबा राघवदास मेडिकल कालेज तथा गोरखपुर एवं बस्ती मण्डल के सरकारी अस्पतालों में इस साल अब तक भर्ती हुए इंसेफेलाइटिस के दो हजार नौ सौ अठहत्तर बच्चों में से छह सौ तेइस की मौत हो चुकी है।
इंसेफेलाइटिस के खिलाफ मुहिम चला रहे बाल रोग विशेषज्ञ डाक्टर आर. एन. सिंह ने बताया कि सरकार मच्छरजनित इंसेफेलाइटिस के खात्मे पर ध्यान दे रही है। लेकिन अठानवे प्रतिशत मरीज पानी
द्वारा फैलाई बीमारी के हैं। पर सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, देवरिया, बस्ती, महराजगंज, कुशीनगर, संत कबीरनगर और सिद्धार्थनगर इस बीमारी से अतिप्रभावित जिलों में गिने जाते हैं।