गांवन मा अगर पानी से जुड़ी समस्या का लइके बात कीन जाए तौ ई बात गलत नाय बाय। मनई पानी की कमी से जूझत अहैं। कहूं नल बिगड़ा बाय तौ कहूं लागै नाय बाय।
फैजाबाद जिले के मया ब्लाक के महबूबगंज, बाकरगंज जैसे कइयौ जगह तीन साल से इण्डिया टू हैण्डपम्प बिगड़ा पड़ा बाय अगर देखा जाए तौ नल से जुड़ी सारी जिम्मेदारी प्रधान कै हुआ थै। अगर प्रधान अपनी जिम्मेदारी से मुकर जइहैं तौ जनता के समस्या कै निवारण कैसे होये। काहे से बिन पानी सब सून बाय।
अम्बेडकर नगर जिला के कटेहरी ब्लाक के करमपुर बसंतपुर, प्रताबीपुर अउर चककोड़ार जैसे कइयौ गांव मा चार पांच साल से नल बिगड़ा पड़ा बाय लकिन आज तक नाय बना। वहीं प्रधान कै कहब बाय कि गांव वाले बी.डी.ओ. से कहैं। बी.डी.ओ. जल निगम मा अप्लीकेषन देइहै तब नल बने। प्रधान का जनता समस्या दूर करै का जिताये बाय लकिन प्रधान उनके समस्या कै अनदेखी कराथे।
हर समय पानी कै जरुरत
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