घर के काम फिर बाहर के काम। दिन रात जी तोड़ मेहनत। अपने खातिर आउर परिवार खातिर कमाती मेहरारून। आदमी के साथे कन्धा मिलातीं आउर हर काम में हाथ आजमावत हईन इ मेहरारून। बनकट में पत्ता बनाके एक मेहरारू आपन आउर अपने परिवार के पेट चलावत हइन त गावं ताला में दौरा बनाके घर चलावत हईन इ मेहरारून। उदयपुर के तिराहा में चूड़ी आउर साज सज्जा के दुकान लगा के आपन गुजर बसर कर रहल हईन शकुन्तला। इ काम के अलावा खेती किसानी के साथ साथ अउरो बहुत सी काम इ मेहरारून करलीन।
हर काम में हाथ आजमावत मेहरारून
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