जिला फैजाबाद, ब्लाक मया, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र। हिंआ कै नल 5 मई 2014 से बिगड़ा बाय अबहीं तक नाय बना बाय। हिंआ कै मरीज इधर उधर पानी की ताईं भटकत बाटे।
अरवत कै सुनीला दवाई की खातिर आय रहिन। पांच साल कै गेदहरा पानी की तायि छटपटात रहा लकिन अस्पताल के सामने वाला नल बिगडा़ रहै के कारण पानी नाय मिला।
दलपतपुर कै सोनम, उदयराज पाण्डेय बताइन कि हिंआ पै इण्डिया मार्का हैण्डपम्प लागै का चाही। देषिया नल लाग बाय जवन बहुत जल्दी-जल्दी बिगड़ जाथै। गर्मी मा मनई का पानी कै बहुतै जरूरत बाय अस्पताल कै नल बिगड़ा परा बाय हर रोज दुई ढ़ाई सौ मनई इलाज के खातिर आवाथिन। तबौ डाक्टर, अधिक्षक कै नजर बिगड़े नल पै नाय परत बाय।
उपचिकित्सा अधीक्षक डाक्टर राजेष दूबे बताइन कि दुई तीन दिन मा बन जाये इण्डिया मार्का हैण्डपम्प खातिर चिकित्सा प्रभारी जब मंग करिहैं तबै लाग पाये
जिला अम्बेडकर नगर, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कटेहरी। हिंआ कै जनरेटर चलत नाय खाली दिखावटी मा धरा बाय जवन एक साल से बन्द पड़ा बाय। डाक्टर, स्टाप, नर्स, ए.एन.एम सब गर्मी मा बइठ के आपन ड्यूटी पूरा कराथिन। डीजल कै पइसा न आवै से जनरेटर बन्द पड़ा बाय।
पहितीपुर कै ऊषा बताइन कि कइयौ बार से आई थी तौ गर्मी मा रही थी चाहे जवन मरीज आवाथिन गर्मी झेलै का परा थै गर्मी के कारन मच्छर बहुत लागाथिन। पुष्पा बताइन कि जब लाइट आवाथै तब एक्सरा हुआथै बिजली पूरा समय नाय रहत। बारह घंटा नियम बाय सात-आठ घंटा कुल रहा थै।
जलालपुर चांदपुर कै आषा कार्यकर्ता सावित्री देवी बताइन कि जवन प्रसव खातिर मरीज लइके आईथै उनका सबसे ज्यादा परेषानी हुआथै। अंधियारे मा रात के रहै का परा थै। जब तक लाइट रहा थै तब तक तौ सकून मिलाथै नाहीं तौ मोमबत्ती, लालटेन कै सहारा लियै का पराथै।
सी.एम.ओ. डाक्टर मेजर बी.पी. सिंह बताइन कि एक साल से डीजल कै पैसा नाय आवा। जब पैसा पास होये तौ आये।