एशियन खेल 1998 के स्वर्ण पदक विजेता बॉक्सर डिंग्को सिंह लीवर के कैंसर से पीड़ित हैं, जिसके इलाज के लिए उन्होंने इम्फाल (मणिपुर) का अपना घर बेच दिया। ये घर उन्हें मणिपुर सरकार ने बतौर इनाम दिया था।
डिंग्को कहते हैं, “जब मेडल के साथ आया था तो सब सलाम ठोकते थे, लेकिन अब कुछ दोस्तों को छोड़कर इस मुश्किल दौर में मेरे साथ कोई नहीं हैं।” डिंग्को पद्मश्री और अर्जुन जैसे पुरस्कार से सम्मानित हैं। अभी डिंग्को दिल्ली के शाहपुर जाट इलाके के दो कमरे के मकान में रहकर अपना इलाज कर रहे हैं।
38 वर्षीय डिंग्को सिंह को अगस्त में अपनी बीमारी के बारे में पता चला और अभी वे दिल्ली के इंस्ट्टियूट ऑफ लीवर एंड बाइलियरी साइंसेज में इलाज कर रहे हैं।
डिंग्को ने एशियाई खेलों में देश को 16 साल बाद स्वर्ण पदक दिलाया था। पर आज वह गुमनामी में लीवर और पित्त की नली के कैंसर से लड़ रहे हैं। खेल मंत्रालय और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने अभी तक उनकी कोई सहायता नहीं की है।