देश के 72वां स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर तिरंगा फहराने के बाद देश की उपलब्धियों को गिनाया और भविष्य के लक्ष्यों को भी रेखांकित किया।
उन्होंने 82 मिनट के अपने भाषण में यूपीए के मुकाबले अपने सरकार के कामकाज की गति की तुलना की। पीएम ने लाल किले की प्राचीर से बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि 2022 तक भारत मानव को अंतरिक्ष में भेजेगा।
उन्होंने बेटियों को बड़ा तोहफा देते हुए महिलाओं के लिए सेना में स्थायी कमीशन की घोषणा की। 10 करोड़ परिवारों को 5 लाख रुपये सालाना बीमा देने के लिए ‘प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ को 25 सितंबर से लागू करने का ऐलान किया।
आयुष्मान भारत योजना देशभर में 25 सितंबर से शुरू की जाएगी। लाल किले से बोलते हुए पीएम ने कहा कि पंडित दीन दयाल की जयंती पर ‘प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ शुरू कर दी जाएगी। इससे निर्धनों को अच्छी और किफायती हेल्थकेयर सुविधा मिलेगी।
पीएम ने जम्मू कश्मीर को लेकर कहा- ‘आने वाले कुछ महीने में जम्मी कश्मीर के लोगों अपना मत जताने का अधिकार मिलेगा, निकाय चुनावों की शुरूआत होगी।’
मोदी ने कहा, ‘मैं आज देशवासियों को एक खुशखबरी दे रहा हूं। 2022 में जब देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे होंगे या हो सके तो उससे पहले मां भारती की कोई संतान, चाहे बेटा हो या बेटी, अंतरिक्ष में जाएगी। उसके हाथ में तिरंगा होगा। इसके साथ ही भारत मानव को अंतरिक्ष में पहुंचाने वाला विश्व का चौथा देश बन जाएगा।’
पीएम मोदी ने कहा कि तीन तलाक के कारण मुस्लिम महिलाओं के साथ गंभीर अन्याय होता है। इस कुप्रथा को खत्म करने के लिये हम प्रयासरत हैं लेकिन कुछ लोग इसे खत्म नहीं करने देना चाहते। मैं मुस्लिम बहनों को विश्वास दिलाता हूं कि हम उन्हें न्याय दिलाने के लिये पूरा प्रयास करेंगे।
पीएम ने कहा कि छह करोड़ फर्जी लोगों के नाम पर विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाया जा रहा था, इसे रोका गया। इससे देश को 90,000 करोड़ रुपये की बचत हुई।
प्रधानमंत्री ने कहा कि साल 2022 से पहले ही, भारतीय वैज्ञानिकों ने मानवसहित गगनयान लेकर अंतरिक्ष में तिरंगे के साथ जाने का संकल्प लिया है, यदि संभव हुआ तो भारत इस उपलब्धि को हासिल करने वाला दुनिया का चौथा देश होगा।
पीएम ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर महिलाओं को भी तोहफा दिया। उन्होंने सेना में महिला अधिकारियों को भी स्थाई कमिशन देने की घोषणा की। पीएम ने बताया कि अब भारतीय सशस्त्र सेना में शॉर्ट सर्विस कमिशन के माध्यम से नियुक्त महिला अधिकारियों को पुरुष समकक्ष अधिकारियों की तरह ही परीक्षा देकर स्थाई रोजगार मिल सकेगा। उन्होंने आगे कहा, ;महिलाएं स्कूल से लेकर सेना तक कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही हैं। सुप्रीम कोर्ट में पहली बार तीन महिला न्यायाधीश हैं।’