जिला फैजाबाद, ब्लाक मया, भारतीय स्टेट बैंक। ई बैंक बने पांच छह साल होइगा लकिन न तौ सही भुगतान हुआथै न ही एटीएम मा पैसा रहाथै।
प्रमोद पाण्डेय, गनेश, प्रदीप, पुष्पा देवी बताइन कि हमरे सब जब बैंक मा आई थी तौ जल्दी बैंक मा पैसा नाय रहत। हिंआ सब कर्मचारी मनमौजी काम कराथिन। एक मनई का भुगतान करै मा एक घण्टा लागाथै। अगर पचीस हजार कै जरूरत रहाथै तौ पांच दिन दउरै का पराथै। ए.टी.एम. मा कभौ पैसा नाय रहत। खाता खोलाय के पछताय का परत बाय। अगर मैनेजर से कउनौ जानकारी लियै तौ डांट के भगाय दियाथे। यतनी लापरवाही कब तक चले।
बैंक कै शाखा प्रबन्धक बताइन कि सितम्बर 2005 से बंैक खुला बाय। बैंक मा स्टाप कै कमी बाय। तीनै स्टाप बाटे। बैंक मा काफी भीड़ रहाथै। यही से देर लागाथै। डांटै फटकारै कै बात आय। हमरे ऊपर झूठा आरोप लगावा जात बाय।