फैजाबाद जिला के ब्लाक तारुन के विनीता सिंह कै कहब बाय कि महिला डॉक्टर न हुवय से कउनौ मरीज लइके आवै तौ अंदरूनी समस्या खुल के नाय बताय मिलत। जेसे हर स्वास्थ्य केंद्र पै महिला डॉक्टर हुवब जरुरी बाय।
ई समस्या सिर्फ विनीता सिंह कै नाय बल्कि तारुन ब्लाक के हर एक मेहरारू कै बाय। जवन इलाज के ताई आवाथिन तौ लकिन महिला डॉक्टर न हुवय से वापस चली जाथिन। कइयो साल से महिला डॉक्टर कै न्यूक्ति न हुवय से प्रसव स्टॉफ नर्स के भरोसे चलत बाय।
आशा कार्यकर्ता शीला बताइन कि डिलीवरी लइके आवै पै मेहरारुन का कउनौ दिक्कत हुवय या प्रसेंटा फंस जाय तौ ऐनम अकेल अहैं अगर दिक्कत वाली केस देखाथिन तौ तुरंत रिफर कै दियाथिन। रिफर करे पै हमरे सबका केस लइके जाय मा बहुत दिक्कत हुआथै। अगर हियां डॉक्टर होती तौ ऐनम अउर डॉक्टर मिलके समस्या हल कै देती।
शांति कै कहब बाय कि हमैं कउनौ समस्या हुवाथै तौ हम प्राइवेट अस्पताल मा महिला डॉक्टर का देखाई थी पैसा ज्यादा लागाथै लकिन समस्या ठीक से बताय दी थी। सुनीता सिंह आशा कार्यकर्ता कै कहब बाय की अस्पताल मा जवन मरीज आवाथिन महिला डॉक्टर न हुवय से अच्छे से इलाज नाय होय पावत।
स्टॉफ नर्स दुर्गावती सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तारुन बताइन कि महिला केस मा जेतना महिला डॉक्टर का अनुभव बाय वतना हमरे सबका नाय बाय। हमरे सब महिला डॉक्टर के अंडर मा काम करित तौ अउर बढ़िया रहत। जवन हमरे सबके अन्दर कमी बाय वै गाइड करतीं। नाही तौ हमार अधिकारी जेतना कै पावाथे वतना कराथे अउर हमरे सब आपन काम करत हई।
दिनेश सिंह इ.एच.ओ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तारून कै कहब बाय कि कउनौ भी समस्या हुआथै तौ ऐनम अउर स्टॉफ नर्स देखाथिन। लकिन बहुत सारा केस उलझा हुआ रहा थै तौ वका रिफर करै का पराथै। अगर महिला डॉक्टर हियां होती तौ रिफर न करै का परत।
रिपोर्टर-कुमकुम यादव
स्टाफ नर्स के भरोसे चल रहा फैजाबाद जिले का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तारून, नहीं हैं महिला डॉक्टर
Published on Mar 21, 2018