आज हम आपको एक ऐसी प्रतिभा के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने आलोचनाओं को अपनी हिम्मत बनाया, हम बात कर रहे हैं ट्रांसजेंडर(किन्नर) नाज जोशी की जिन्होंने हाल ही में ब्यूटी क्वीन का ताज अपने नाम किया है। वे दुबई में आयोजित हुए ‘मिस वर्ल्ड डाइवर्सिटी 2018’ का टाइटल जीतने वाली पहली भारतीय ट्रांससेक्सुअल हैं।
‘मिस वर्ल्ड डाइवर्सिटी 2018’ कॉन्टेस्ट की विजेता नाज जोशी इस टाइटल को जीतकर लैंगिक असमानता को खत्म करना चाहती हैं। इस टाइटल को जीतने के लिए नाज ने अलग-अलग देशों की 22 कंटेस्टेंट्स को हराया है।
‘मिस वर्ल्ड डाइवर्सिटी’ दुनिया का दूसरा ऐसा सौंदर्य प्रतियोगिता है, जिसमें महिलाओं के साथ ट्रांसजेंडर भी हिस्सा ले सकते हैं। बहुत लोगों की प्रेरणा बन चुकीं नाज को उम्मीद है कि इस जीत से देश में बदलाव की लहर उठेगी और लोग ट्रांसजेंडर्स को भी सामान्य ज़िंदगी जीने देंगे।
सौंदर्य प्रतियोगिता जीतने वाली नाज जोशी बॉलीवुड में भी अपनी किस्मत आजमाना चाहती हैं। वे एक ऐसा एनजीओ भी शुरू करना चाहती हैं, जिससे ज़रूरतमंदों की पढ़ाई में मदद हो सके और उन्हें कुछ रोजगार भी मिल सके।
उनका मानना है कि लोगों को यूं ही पैसे या खाना देने के बजाय उनके लिए रोजगार के अवसर बनाने चाहिए। वे शिक्षा के महत्व को भी बखूबी समझती हैं। बॉलीवुड में काम कर नाज जोशी पैसे कमाना चाहती हैं, जिससे कि वे दूसरों की मदद कर सकें। साल भर के अंदर शादी कर वे ज़िंदगी के नए पड़ाव की शुरुआत भी करना चाहती हैं।
अपनी उपलब्धियों से नाज जोशी ने साबित कर दिया है कि सफलता किसी चीज़ की मोहताज नहीं होती है। इस प्रतियोगिता को जीतने के बाद वे सिर्फ किसी विशेष कम्युनिटी(समुदाय) की ही नहीं, बल्कि हर किसी की रोल मॉडल बन चुकी हैं। उनके फैन्स उन्हें अपनी प्रेरणा मानते हैं।