यूपी पुलिस ने शनिवार को एक हैशटैग #ANOMeansNO यानी ‘न का मतलब न’ ही है का एक अभियान चलाया।
यही नहीं, पोस्टर में उन लोगों को चेतावनी दी गई है जो महिलाओं की न में अपनी हां थोपने की कोशिश करते हैं। यह ट्वीट महज एक घंटे में 55 हजार से ज्यादा लोगों द्वारा देखा गया, साथ ही इसे महज दो घंटे में 386 बार रीट्वीट(दोबारा पोस्ट) किया गया और 64 लोगों ने इस कॉमेंट किया।
दरअसल, ‘नो मीन्स नो’ एक ऐसी स्लोगन(लाइन) है, जो उत्पीड़न से जुड़े मुद्दों पर विरोध को दर्शाता है।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों में जागरूकता पैदा करना है। खासतौर पर उन लोगों में जो लड़कियों के विरोध के बावजूद अपराध को अंजाम देने का मौका तलाशते हैं।
इस अभियान के लिए काम करनेवाली टीम के एक सदस्य बताते हैं कि यह आइडिया सोशल मीडिया में एक डेटिंग ऐप पर चल रही एक प्रमोशनल क्लिप से मिला था।
टीम के सदस्य के मुताबिक, ‘हमने विडियो क्लिप को यूपी पुलिस के ऑफिशल ट्विटर हैंडर पर 7 अगस्त को अपलोड किया था। हमने कैप्शन दिया था- यहां तक कि एक ऐप भी सहमति का महत्व समझती है, फिर आप क्यों नहीं समझ सकते? और यह क्लिप खूब हिट हुई।’