जिला बांदा। जिला के सोलह हजार किसानन का फसल बरबादी का मुआवजा अब भी नहीं दीन गा आय। अगर एक हफ्ता के भीतर मुआवजा अउर न दीन गा तौ किसान खरीब के फसल भी न बो पाई।
तिंदवारी ब्लाक का गांव सहिंगा के भवानीदीन का कहब है-“मोरे बीस बिगहा खेती के बरबाद भे फसल चना, मसूर, लाही अउर गेहूं का मुआवजा आज तक नहीं दीन गा आय।” यहिनतान तिंदवारी ब्लाक, पदारथपुर गांव के संतराम का कहब है कि 10 फरवरी का मोरे गांव के बड़े कास्तकार किसानन का फसल बरबादी के चेक दीन गे हैं, पै मोहिका नहीं दीन गा आय।
ब्लाक बबेरू, गांव अछाह। हेंया के चालिस किसान मुआवजा खातिर 16 जूून का एस.डी.एम. का दरखास दइके मुआवजा के मांग करिन हैं। गांव के अउर किसान अवधेष, केषव प्रसाद, अमित कुमार, रामबहोरी, धर्मराज अउर राजकुमार का कहब है कि प्रषासन कहत है कि सब किसानन का मुआवजा दीन जई, पै हमरे हेंया का लेखपाल कहत है कि वहिके पास हमरे नाम के चेक ही निहाय।
लेखपाल प्रदीप कुमार कहिन कि सब किसानन का फसल बरबादी का चेक दीन जई। जउन किसान छूट गे हैं उनका बाद मा दीन जई।
ए.डी.एम. डी.एस. पाण्डेय का कहब है कि जिला मा कुल तीन लाख छब्बीस हजार किसान हैं। अबै तक मा तीन लाख दस हजार किसानन का एक सौ उनतालिस करोड़ रुपिया बांटा जा चुका है। जउन किसान अबै बचे हैं उनका एक हफ्ता के भीतर मुआवजा बांट दीन जई। किसानन कइत से कीन गे षिकाइत मा जांच चलत है।