जिला ललितपुर, ब्लाक महरौनी सोमवार को महरौनी में लगत सब्जी का बाजार। दूर दूर से गांव के आदमी आत जा बाजार में।
दयाराम कुशवाहा ने बताई के हम बाजार में सब्जी बेचत और देहात में भी बेचबे जात। जामे फायदा भी होत। फसल को लगाबे में टाइम लगत बामे दवाई छिरकने पढ़त है।
जैसे अबे भिन्डी की खेती चल रही है। भिन्डी में भोत ज्यादा खर्चा आत और फायदा भोत कम है। बाजार में पांच रुपाईया किलो जा रइ।
रेखा ने बताई के सब्जी तो हर मौसम में बिकत। अबे लेकिन कम बिकत जैसे अबे बीस रुपईया किलो आलू बिक रए तो हम उते से पन्द्रह सोलह रुपईया किलो लेयात तो चार पांच रुपईया की फायदा हो जात।
चंपा ने बताई के हम तो अपने घरे लगाय सब्जी। आलू, प्याज, लौकी, कददू, भटा, ककरी, सब लगाये।और हम बेचबे के लाने महरौनी, कुमेड़ी, कोरवास, जात साईकिल से लेके।
जशोदा ने बताई के हमे पांच साल हो गये सब्जी को धंधो करत करत।और कछु काम ही नईया।
जैसे अगर करने होत कछु तो अपने घर की खेती कर लेत सो बई काट लेत दो चार आठ दिन। सब्जी गर्मियन में और कुंवार में ज्यादा बिकत काय के बई टाइम पे शादी बियाओ रत।
रिपोर्टर- सुषमा
01/10/2016 को प्रकाशित