आलोचनाओं के बाद आखिर सरकार ने महिलाओं की सुन ली। सैनिटरी पैड से 12 प्रतिशत जीएसटी (वस्तु-सेवा कर) को हटा दिया गया है। लेकिन महिलाओं के लिए ये छोटी राहत है, क्योंकि अगर उत्पादन से भी पैड को करमुक्ति कर दिया जाए तो पैड की कीमत 2 रुपये हो सकती थी। हालांकि अभी देश में शहरों में 77.5 प्रतिशत महिलाएं तो गांवों में 48.5 महिलाएं सैनिटरी पैड का प्रयोग करती हैं।
सरकार के सैनिटरी पैड से जीएसटी हटाने के फैसले से पैड की कीमत में बड़ा असर नहीं दिखेगा। 2007 में पैड में से वैट कर हटा दिया था, उस समय पैड की कीमतों में बड़ा असर नहीं दिखा था। 12 प्रतिशत जीएसटी हटा दिया है, पर इसके प्रयोग से गरीब महिलाएं दूर ही रहेंगी, क्योंकि जीएसटी के साथ बाजार में 28 रुपये में 7 पैड मिल रहे हैं, जो अब जीएसटी हटने से 28 रुपये में 8 पैड बिकेंगे।